पार्षदों के साथ स्वच्छता पर अभ्यास वर्ग संपन्न
इंदौर क्लाइमेट मिशन के तहत 20% बिजली बिल कम करना है हमारा लक्ष्य – प्रोफेसर सोलंकी
स्वच्छता के साथ ही क्लाइमेट चेंज और विकास कार्यों पर हुई चर्चा
इंदौर, 14 दिसंबर 2024,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126: स्वास्थ्य प्रभारी अश्विनी शुक्ल और सचेतक कमल वाघेला ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के साथ इंदौर क्लाइमेट मिशन और विकास कार्यों को लेकर महापौर पुष्यमित्र भार्गव की अध्यक्षता में सिटी फॉरेस्ट, बिचौली हप्सी में पार्षदों के लिए अभ्यास वर्ग आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में पूर्व सांसद और पूर्व महापौर कृष्ण मुरारी मोघे, आयुक्त शिवम वर्मा, सभापति मुन्ना लाल यादव सहित महापौर परिषद सदस्य और पार्षद उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन कमल वाघेला ने किया और धन्यवाद ज्ञापन स्वास्थ्य प्रभारी अश्विनी शुक्ल ने दिया। स्वच्छता मिशन के अमित दुबे ने “गोल्डन क्लब सिटीज” और स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 से संबंधित प्रस्तुति दी।
निगम का कर्ज घटकर आधा हो गया- महापौर
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि पार्षदों के प्रशिक्षण का उद्देश्य स्वच्छता सर्वेक्षण में उनकी भागीदारी को बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि पिछली बार “स्वच्छ वार्ड प्रतियोगिता” और “श्रेष्ठ पार्षद प्रतियोगिता” के जरिए अच्छे परिणाम मिले थे। अब पार्षद अपने वार्ड में रहवासी संघों के साथ हर 15 दिन में बैठक करें और किए गए कार्यों का प्रचार-प्रसार करें। महापौर ने बताया कि जब परिषद का गठन हुआ था, तब निगम पर 800 करोड़ का कर्ज था, जिसे अब आधा कर दिया गया है। उन्होंने इंदौर क्लाइमेट मिशन के तहत 2050 तक के विकास की आधारशिला रखने की बात की और बताया कि मास्टर प्लान की 21 सड़कों का टेंडर जारी हो चुका है। महापौर ने जलवायु परिवर्तन पर चर्चा करते हुए कहा कि 2030-2035 तक पृथ्वी का तापमान 1.5 डिग्री बढ़ सकता है, जिसे रोकना हमारी जिम्मेदारी है। इसके लिए ऊर्जा खपत को 20% तक कम करने का लक्ष्य रखा गया है।
मजबूत कानून व्यवस्था हो- मोघे
पूर्व महापौर कृष्ण मुरारी मोघे ने नगर निगम के निरंतर चलने वाले कार्यों पर प्रकाश डाला और जनचर्चा को सकारात्मक बनाए रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि इंदौर में उद्योगों के लिए बेहतर माहौल, कम लागत, 24 घंटे बिजली और मजबूत कानून व्यवस्था है।
अदृश्य कचरे को कम करने पर भी हो काम -सोलंकी
प्रोफेसर चेतन सिंह सोलंकी ने कहा कि इंदौर ने स्वच्छता में नए मानक स्थापित किए हैं, लेकिन अब दिखने वाले कचरे के साथ अदृश्य कचरे को कम करने पर काम करना चाहिए। उन्होंने बताया कि एक परिवार साल में 10,000 किलोग्राम अदृश्य कचरा उत्सर्जित करता है। इसके प्रभाव को कम करने के लिए सभी को ऊर्जा खपत में 20% कमी लाने का प्रयास करना होगा।
आयुक्त शिवम वर्मा ने “गोल्डन क्लब सिटी” प्रतियोगिता की जानकारी दी, जिसमें इंदौर देश का पहला प्रतिभागी है। उन्होंने बताया कि यह प्रतियोगिता इंदौर के स्वच्छता मॉडल से प्रेरित है।
स्वच्छ इंदौर वार्ड रैंकिंग 2024 के उद्देश्य
- निरंतर स्वच्छता प्रयास सुनिश्चित करना।
- वार्डों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बढ़ाना।
- नागरिकों और संस्थानों को स्वच्छता में भागीदारी के लिए प्रेरित करना।
- सार्वजनिक स्थलों और शौचालयों की सफाई।
- उत्कृष्ट वार्डों और पार्षदों को सम्मानित करना।
कचरा प्रबंधन और ठोस कचरा संग्रहण:
- घर-घर से कचरे का 100% पृथक्करण और संग्रहण।
- 3R (Reduce, Reuse, Recycle) गतिविधियों को बढ़ावा।
- रेड स्पॉट और जीरो GVP का अनुपालन।
सामुदायिक भागीदारी और जागरूकता:
बैठकों और स्वच्छता अभियान के आयोजन। सफाई मित्रों और नागरिकों की सक्रियता।
सार्वजनिक स्थल प्रबंधन:
सौंदर्यीकरण, सही संकेतक और कला का उपयोग।
स्वच्छता और जलवायु परिवर्तन के इस अभियान में पार्षदों और नागरिकों की सक्रिय भागीदारी इंदौर को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का काम करेगी।