इंदौर, 20 जनवरी 2025,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126: शादी की पहली रात वर्जिनिटी चेक जैसी पिछड़ी और अपमानजनक कुप्रथा के खिलाफ इंदौर की एक महिला ने जिला कोर्ट में मामला दर्ज करवाया है। पीड़िता ने इस कृत्य को घरेलू हिंसा करार देते हुए ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यह प्रदेश में अपनी तरह का पहला मामला है ।
पीड़िता के अधिवक्ता के के कुन्हारे ने बताया कि आरोपित का ट्रेवल्स का कामकाज है। पीड़िता का ससुराल रूढ़िवादी है। पीड़िता की 2019 में शादी हुई थी। पीड़िता की उम्र 23 और आरोपी पति की उम्र 25 वर्ष है। शादी की पहली रात वर्जीनिटी टेस्ट को लेकर पीड़िता को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया था। इसके बाद उसे लगातार शारीरिक, मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा। ससुराल से मिली प्रताड़ना के चलते उसका पहला बच्चा मिस केरिज़ हो गया, दूसरे बच्चे की भी कोख में साँसे थम गईं। और तीसरे बच्ची हुई तो पीड़िता को देवर के साथ मायके भेज दिया। ससुराल वाले मृत बच्चे के डीएनए टेस्ट की मांग पर अड़े रहे।
इस मामले में बाणगंगा थाने में ससुराल वालों के खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला दर्ज हुआ है। साथ ही महिला बाल विकास विभाग से जांच रिपोर्ट तलब करने के बाद जिला कोर्ट ने भी घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण की धारा 12 में प्रकरण दर्ज किया गया है।