भारत का शोध बिन्दु अब 47 है जो पहले 87 था- यूजीसी सचिव

“भारत में शोध, शोध में भारत” विषय पर हुआ इंटरैक्टिव सत्र

इंदौर

देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर के IQAC द्वारा “भारत में शोध, शोध में भारत” विषय के अंतर्गत एक इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन 28 मई 2024 को कंप्यूटर शाला के रमानी हाल में किया गया। इस सत्र के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नईदिल्ली के सचिव डॉ. मनीष जोशी रहे।

डॉ. जोशी द्वारा इंडियन नॉलेज सिस्टम को प्राथमिक शिक्षा से लेकर शोध तक कैसे लागू करना चाहिए, विषय उस पर विचार प्रस्तुत किये । साथ ही नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 को प्रत्येक समुदाय एवं सभी राज्यों में स्वीकार किया जा रहा है इस बात को विभिन्न उदाहरणों के साथ बताया। कॉलेज प्रबंधन से जारी विज्ञप्ति के अनुसार कार्यक्रम के विषय को ध्यान में रखते हुए डॉ. मनीष जोशी ने बताया कि  वर्तमान में भारत का शोध बिन्दु 47 है जो कि कभी 87 हुआ करता था, एवं सभी प्राध्यापकों को ज़्यादा से ज़्यादा  प्रोडक्टिव शोध करने तथा विद्यार्थियों में इकोसिस्टम विकसित करने हेतु प्रेरित किया। डॉ. मनीष जोशी द्वारा वर्तमान में प्रचलित टेक्नोलॉजी के हिसाब से विभिन्न उदाहरणों एवं UGC द्वारा प्रस्तावित  योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। 

NEP की सार्थकता बताई प्रो रजनीश ने

कार्यक्रम में शामिल विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पूर्व सचिव प्रो. रजनीश जैन द्वारा NEP 2020 के आयोजन एवं उसके निर्माण पर अपने विचार प्रस्तुत किये । साथ ही NEP  कैसे विध्यार्थियों के जीवन में लाभदायक होगा, उस पर भी प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्षता वि. वि. की कुलगुरु प्रो. रेणु जैन द्वारा की गई एवं स्वागत उदबोधन प्रो. प्रतोष बंसल, निदेशक, IQAC DAVV इंदौर द्वारा किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में कुलगुरु द्वारा डॉ. मनीष जोशी का स्वागत पुष्पगुच्छ एवं स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया गया।

अतिथि ने जिज्ञासाओं को किया शांत

विभिन्न विद्यालयों से आमंत्रित कुलपति, प्राध्यापक, शिक्षकगण एवं शोधार्थियों द्वारा अपनी अपनी जिज्ञासा प्रस्तुत की गई जिनका समाधान डॉ. जोशी  द्वारा दिये हुए जो कि सभी के लिए संतोषजनक रहे। आज के कार्यक्रम में लगभग 100 प्राध्यापक, शिक्षकगण एवं शोधार्थियों द्वारा भाग लिया गया। वि.वि. की कुलगुरु द्वारा कार्यक्रम के सफलतापूर्वक एवं सभी महाविद्यालयों से पधारे अतिथियों को अपना आशीर्वचन दिया और यह भी बताया कि हमें NEP 2020 को स्वीकार करने पर गर्व है हमारा विश्वविद्यालय सतत प्रयास करता रहता है और UGC द्वारा प्रस्तावित दिशा निर्देशों का पालन भली भाती करता है।

अतिथियों का स्वागत डॉ माया इंगले, डॉ चंदन गुप्ता एवं डॉ प्रतिभा शर्मा किया गया।  कार्यवाहक कुलसचिव डॉ. प्रज्जवल खरे द्वारा सभी आमंत्रित अतिथिजनों का आभार व्यक्त किया गया एवं डॉ. अनंदिता चटर्जी द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया।