खरगोन जिले के आदिवासी क्षेत्र भीकनगांव में आयोजित हुआ विशाल ऐतिहासिक स्वास्थ्य शिविर

11 हजार से अधिक लोगों की 150 से अधिक विशेषज्ञ चिकित्सों ने की जांच

स्वस्थ्य व्यक्ति सेे प्रदेश एवं देश सशक्त बनेगा-सांसद पाटिल


इंदौर 13 जुलाई 2024

मध्य प्रदेश के इंदौर संभाग के खरगोन जिले के भीकनगाँव में जिला प्रशासन द्वारा शनिवार को विशाल स्वास्थ्य शिविर लगाकर 11 हजार से अधिक लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया है। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र भीकनगांव के कृषि उपज मंडी परिसर में आयोजित इस शिविर में इंदौर और खंडवा के 150 से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टरों ने स्वास्थ्य परीक्षण किया है। इस शिविर में स्कूली एवं छात्रावास के विध्यार्थियों का भी स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसके पूर्व 10 फरवरी को भगवानपुरा में स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर 14 हजार से अधिक लोगों की स्वास्थ्य जांच एवं उपचार किया गया था।

इंदौर जिला प्रशासन द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार शिविर में 50 मरीजों में मोतियाबिंद पाया गया है, जिन्हें ऑपरेशन के लिए शंकरा नेत्र अस्पताल इंदौर के लिए चिन्हित किया गया है। दो बच्चों में हाइड्रोसील बीमारी पाई गई है। 17 बच्चों के दिल में छेद होना पाया गया, जिनकी सर्जरी ओपोलो अस्पताल इंदौर, जुपिटर अस्पताल इंदौर में की जाएगी। 03 बच्चे कटे होंठ , कटे तालू के चिन्हित किए गए जिनका लाहोटी अस्पताल भोपाल में उपचार किया जाएगा। स्वास्थ्य मेले में स्वास्थ्य विभाग के लगभग 750 अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा प्रातः 07 बजे से शिविर समाप्ति तक अपनी सेवायें दी गई हैं ।

कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने बताया कि इस शिविर में जिन लोगों की जांच की गई है और उन्हें फालोअप की जरूरत है तो ऐसे मरीजों के लिए एक यूनिक आईडी बनाई गई है। इस यूनिक आईडी के माध्यम से जिन चिकित्सकों ने उनकी जांच की है वे आगे भी उनका फॉलोअप लेते रहेंगे।

इन रोगों का हुआ परीक्षण

इस शिविर में मेडिकल कॉलेज इंदौर व खण्डवा तथा इंदौर के निजी अस्पतालों से सभी विधाओं के 150 से अधिक विशेषज्ञ चिकित्सक मरीजों की जांच एवं उपचार के लिए उपस्थित थे। शिविर में मरीजों के पंजीयन, जनरल मेडिसिन एवं दवाई वितरण के लिए अलग-अलग काउंटर बनाएं गए थे। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं, सिकलसेल एनीमिया, कैंसर जांच, दंत रोग, नेत्र रोग, चर्म रोग, शिशु रोग, अस्थि रोग, मूत्र रोग, ह्दय रोग सहित अन्य सभी रोगों के सम्पूर्ण इलाज एवं जांच की व्यवस्था की गई थी। अलग-अलग बीमारियों की जांच के लिए अलग-अलग कक्ष बनाएं गए थे।

इन अस्पतालों ने किया सहयोग

संभागायुक्त दीपक सिंह की पहल से एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर के साथ अरविंदो मेडिकल कॉलेज इंदौर, संकरा आई अस्पताल इंदौर, अपोलो राजश्री अस्पताल इंदौर, विशेष जुपिटर, बॉम्बे अस्पताल इंदौर, शैल्बी अस्पताल इंदौर, कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल इंदौर, इंदौर कैंसर फाउण्डेशन इंदौर, एलएनसीटी चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर, श्री नंदकुमार सिंह चौहान मेडिकल कॉलेज खण्डवा के करीबन 150 से अधिक चिकित्सकों ने स्वास्थ्य सेवाओं में अपना योगदान दिया। इस स्वास्थ्य शिविर में विभिन्न विधाओं की विशेषज्ञों मेडिसिन विभाग सर्जरी विभाग ईएनटी, नेत्र कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी ऑर्थाेपेडिक्स डेंटल फिजियोथेरेपी के साथ-साथ अन्य विधाओं के चिकित्सक उपस्थित रहे।

ये जाँचें हुईं

इस शिविर में पैथोलॉजी विभाग की तरफ से विभिन्न प्रकार की जांच भी की गई जिसमें खून की जांच, पेशाब की जांच, ब्लड प्रेशर की जांच, शुगर की जांच के साथ-साथ अन्य सभी प्रकार की जांच भी की गई। इस शिविर की विशेषता यह रही कि शिविर में महिलाओं की सोनोग्राफी जांच एवं ईको, इसीजी, कॉर्डियों सहित सभी प्रकार की जांच की गई और एएनसी परीक्षण किए गए। स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा विभिन्न बीमारियों के साथ-साथ, कैंसर, नाक, कान, गला, हड्डी के चिकित्सकों द्वारा भी अपनी सेवाएं प्रदान की गई।

मेडिकल कॉलेज में निशुल्क होगा इलाज

शिविर में चिकित्सकों द्वारा कुछ ऐसी बीमारियां चिन्हित की गई है जिनका उपचार यहां संभव नहीं है उनका उपचार एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर एवं मेडिकल कॉलेज खण्डवा से संबद्ध समस्त चिकित्सालय में निःशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। इस शिविर में आयुष विभाग के चिकित्सकों द्वारा भी आयुर्वेद, होम्योपैथी एवं युनानी पद्धति से मरीजों के उपचार के लिए परीक्षण किया गया और निःशुल्क दवाएं दी गई।


व्यक्ति स्वस्थ होगा तो देश सशक्त बनेगा- पाटिल

खरगोन-खण्डवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने कहा कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में एक ही छत के नीचे सभी तरह के विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध कराना एक अच्छी पहल है। इस शिविर में उन्हें निःशुल्क जांच के साथ निःशुल्क दवाएं भी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आयुष्मान कार्ड धारकों को 05 लाख रुपये तक के उपचार की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध कराई गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा भी स्वैच्छा अनुदान मद से जरूरत मंद लोगों को 02 लाख रुपये तक की राशि बीमारी के उपचार के लिए दी जा रही है। इस तरह के शिविर आने वाले दिनों में भी आयोजित किये जाएंगे।