भतीजे नितेश वाधवानी की मुश्किलें भी बढ़ीं..!

न्यूज़ओ2 और इंदौर वार्ता ने आपको लगातार कुख्यात चाचा भतीजे के काले कारनामो से अपडेट रखा है। आने वाले दिनों में हम और भी खुलासे करेंगे…!

इंदौर | 13 मार्च 2025

मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच ने बुधवार को गुटखा माफिया और कथित कारोबारी किशोर वाधवानी को बड़ा झटका दिया। कोर्ट ने “दबंग दुनिया” अखबार के मालिक वाधवानी के खिलाफ ₹2000 करोड़ के जीएसटी घोटाले में दर्ज एफआईआर को रद्द करने से इनकार कर दिया। आपको बता दे कि किशोर के साथ इस फैसले ने उनके भतीजे नितेश वाधवानी की भी मुश्किलें बढ़ गई हैं। नितेश, भी “दबंग दुनिया” का डायरेक्टर है, इस मामले में आरोपी है।

क्या था मामला?

कुख्यात किशोर वाधवानी और नितेश वाधवानी पर आरोप है कि उन्होंने कंपनी एलोरा टोबैको और दबंग दुनिया अखबार के जरिए फर्जी बिलिंग कर करोड़ों की जीएसटी चोरी की। जांच एजेंसियों के मुताबिक, 2017 से 2020 के बीच करीब ₹2000 करोड़ का फर्जीवाड़ा किया गया।

904 फर्जी बिल तैयार करोड़ों डकारे

जांच में सामने आया कि 904 फर्जी विज्ञापन इनवॉइस तैयार किए गए और इनका इस्तेमाल टैक्स चोरी को छिपाने के लिए किया गया। किशोर वाधवानी पहले ही ₹420 करोड़ के जीएसटी घोटाले में गिरफ्तार हो चुके हैं, हालांकि बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी।

नितेश वाधवानी पर क्यों आई आंच?

इस मामले में नितेश वाधवानी का नाम भी प्रमुख आरोपियों में शामिल है। सूत्रों के मुताबिक, यदि हाईकोर्ट किशोर वाधवानी की एफआईआर रद्द कर देता, तो इसका फायदा नितेश को भी मिलता। लेकिन हाईकोर्ट ने एफआईआर को वैध ठहराते हुए जांच जारी रखने का आदेश दिया है, जिससे अब नितेश के लिए कानूनी मुश्किलें और बढ़ गई हैं।

हाईकोर्ट में क्या हुआ?

वाधवानी की ओर से पेश वकीलों ने तर्क दिया कि पहले से ही टैक्स चोरी का मामला दर्ज था, इसलिए पुलिस द्वारा दर्ज की गई दूसरी एफआईआर कानूनन गलत है।

लेकिन राज्य सरकार और जीएसटी विभाग के वकीलों ने दलील दी कि यह सिर्फ टैक्स चोरी नहीं, बल्कि संगठित आर्थिक अपराध और आपराधिक साजिश का मामला है। इस मामले में फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर सरकारी एजेंसियों को गुमराह किया गया।

चाचा-भतीजे की जोड़ी को बड़ा झटका

हाईकोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि मामला गंभीर आर्थिक अपराध का है, जिसे पुलिस को जांचने का पूरा अधिकार है। कोर्ट ने कहा कि इस घोटाले की परतें अभी खुलनी बाकी हैं, इसलिए एफआईआर को रद्द नहीं किया जा सकता।

अब तक यही होता आया है “चाचा आगे-आगे, भतीजा पीछे-पीछे”, लेकिन इस बार हाईकोर्ट के फैसले से साफ हो गया है कि नितेश के लिए भी राहत की उम्मीद लगभग खत्म हो गई है

क्या होगी अगली कार्रवाई?

अब पुलिस इस केस में जांच आगे बढ़ाएगी और संभावना है कि किशोर और नितेश वाधवानी की गिरफ्तारी भी जल्द हो सकती है। जांच एजेंसियां जल्द ही चार्जशीट दाखिल कर सकती हैं, जिसमें और नए खुलासे हो सकते हैं।

अब बड़ा सवाल यह है कि क्या “दबंग दुनिया” का इस्तेमाल टैक्स चोरी और आर्थिक अपराधों के लिए किया गया? आने वाले दिनों में इस केस में और भी सनसनीखेज खुलासे हो सकते हैं।

By Jitendra Singh Yadav

जितेंद्र सिंह यादव वरिष्ठ पत्रकार | आरटीआई कार्यकर्ता | राजनीतिक विश्लेषक 15+ वर्षों का पत्रकारिता अनुभव, UNI से जुड़े। Save Journalism Foundation व इंदौर वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन के संस्थापक। Indore Varta और NewsO2.com से जुड़े। निष्पक्ष पत्रकारिता व सामाजिक सरोकारों के लिए समर्पित।