जैन समाज ने झारखंड पुलिस अधिकारियों को सौंपा ज्ञापन

गिरिडीह/बोकारो, झारखंड | 17 अप्रैल 2025
जैन समाज में आक्रोश की लहर उस वक्त और तेज हो गई जब लीडर कृष्णा हांसदा के खिलाफ अब तक कोई FIR दर्ज नहीं की गई। इसी को लेकर जैन समाज के प्रतिनिधियों ने झारखंड के पुलिस महानिदेशक (DGP), गिरिडीह और बोकारो जिलों के पुलिस अधीक्षकों (SP) को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि कृष्णा हांसदा के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर जल्द कार्रवाई की जाए।

हथियारों की रैली निकाली, जैन संतों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग

दिल्ली से सलेक चंद जैन ने न्यूजओ2 को बताया कि बीते 12 मार्च 2025 को लीडर कृष्णा हांसदा ने करीब 3000 आदिवासियों को एकत्रित कर सम्मेद शिखरजी तीर्थ स्थल पर परंपरागत हथियारों के साथ रैली निकाली थी। जैन ने आरोप लगाते हुए कहा कि रैली के दौरान तलहटी क्षेत्र में प्रदर्शन करते हुए हांसदा ने जैन समाज और जैन मुनियों के खिलाफ अपमानजनक, भड़काऊ और साम्प्रदायिक बयानबाज़ी की।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भारी पुलिस बल की मौजूदगी में हांसदा ने कहा था कि – “जैन मुनि नंगे हैं, भीख मांगते हैं और सम्मेद शिखर जी पर रहने वाले 350 जैनों को हम खदेड़ देंगे। आदिवासियों के दिमाग में बस यह बैठाना है कि असली दुश्मन कौन है।” इस घटना के वीडियो भी सोशल मीडिया पर मौजूद हैं।

जैन समाज का आरोप है कि यह सब एक सोची-समझी साजिश के तहत किया गया, जिससे जैनों और आदिवासियों के बीच साम्प्रदायिक तनाव फैलाया जा सके।

ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि घटना को एक महीना से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन अब तक न तो कोई FIR दर्ज हुई और न ही किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई। इससे यह प्रतीत होता है कि पुलिस प्रशासन मामले को लेकर उदासीन बना हुआ है।

जैन समाज ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र ही उचित कानूनी कार्यवाही नहीं की गई, तो समाज सड़कों पर उतरकर शांतिपूर्ण आंदोलन करने को बाध्य होगा।

जैन समाज के वरिष्ठजनों ने कहा – “कोई भी ऐरा-गैरा नत्थू खैरा छुटभैया नेता जैन मुनियों और हमारे तीर्थ स्थलों को अपमानित करके अपनी राजनीति चमकाना चाहता है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमारी आस्था और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है।”

समाज की ओर से यह भी अपील की गई है कि झारखंड सरकार और प्रशासन मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई करें, ताकि देश में धार्मिक सौहार्द और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा बनी रहे।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है। 

One thought on “सम्मेद शिखरजी: जैन समाज की लीडर कृष्णा हांसदा के खिलाफ FIR दर्ज करने की माँग”
  1. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि घृणा का कार्य जो कर रहे हैं उन्हे ज्ञात है जैन समाज संख्या और बाहुबल में कम एवं दुर्बल है साथ में असंगठित। जब दिगम्बर श्वेताम्बर आपस में ही कोर्ट में लड़ रहे हैं श्री सम्मेद शिखरजी को लेकर, अन्य तीर्थों पर भी, फिर कोई अन्य समाज इसका लाभ क्यों नहीं उठाएगा। अन्य समाज को भी यह भी ज्ञात है दिन प्रतिदिन जैनियों की जनसंख्या क्षीण हो रही है क्योंकि वर्तमान के युवा दम्पत्ति केवल एक संतान को जन्म देने का मन बना चुके हैं। जिसके पीछे inter faith marriage प्रमुख कारण हैं जहां शहरी मानसिकता की जैन युवतियाँ बड़ी संख्या में अन्य धर्म समाज संस्कृति में विवाह कर रह रही हैं।

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