अमित शाह पहुंचे इंदौर, 11 लाख पौधारोपण अभियान में हुए शामिल

इंदौर, 14 जुलाई 2024

इंदौर में एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत 11 लाख पौधे लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने के प्रयास शुरू हो गए हैं। इस अभियान में शामिल होने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज इंदौर एयरपोर्ट पहुंचे। रेवती रेंज पहुँच कर अमित शाह समारोह में शामिल हुए। इसके पहले पित्र पर्वत पहुँचकर हनुमान जी के दर्शन किए।

हरियाली में इंदौर को 17 नंबर से पहले पायदान पर लाना है – विजयवर्गीय

कैलाश विजयवर्गीय ने अपना उद्बोधन शुरू किया और अमित शाह को जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के लिए धन्यवाद दिया। तीन नए आपराधिक क़ानूनों लागू करने के लिए धन्यवाद दिया। विजयवर्गीय ने कहा कि शाह दंड की जगह न्याय संहिता लाए हैं। अभिनेता रणवीर सिंह हुड्डा ने पीतल की न्याय संहिता शाह को उपहार स्वरूप दी। मुख्यमंत्री मोहन यादव के लिए मप्र के अमरवाड़ा उपचुनाव जीतने के लिए तालियाँ बजवाईं। जनता को भी विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए आभार व्यक्त किया। विजयवर्गीय ने आगे कहा क्लीन सिटी का सपना प्रधानमंत्री का था, जिसे इंदौर ने अपनाकर देश को संदेश दिया। अब प्रधानमंत्री की संकल्पना हरित देश की है, इंदौर इसमें भी अग्रणी बनेगा। मोदी के इस अभियान के लिए भेजे गए पत्र का जिक्र करते हुए विजयवर्गीय भावुक होते हुए शाह से बोले कि मोदी जी के पत्र पढ़कर आँखों में आँसू आ गए। अब हम हर साल 51 लाख पेड़ शहर में लगाएंगे। ग्रीन कवरेज में भी ये शहर नंबर 1 होगा। अभी ग्रीन कवरेज में इंदौर 17 वें नंबर पर है। इसे नंबर 1 लाएँगे।

रणवीर हुड्डा ने वीर सावरकर के चरित्र को जिंदा किया- शाह

अमित शाह ने अपने उद्बोधन में कैलाश विजयवर्गीय को अपना मित्र कहते हुए संबोधित किया। युवाओं को जिगर के टुकड़े कहकर संबोधित किया। इसके बाद अभिनेता रणवीर हुड्डा का नाम लेते हुए कहा कि रणवीर का विशेष उल्लेख जरूरी है क्योंकि उन्होने वीर सावरकर के चरित्र को हम सबके सामने जिंदा किया है।

शासन सुविधा देता है, अभियान सफल जनता बनाती है

शाह ने कहा इंदौर स्वच्छता, स्वाद, सहयोग, सुशासन और सहभागिता के लिए जाना जाता है। आज से इंदौर एक पेड़ माँ के नाम से देश भर में जाना जाना जाएगा। इंदौर क्लीन सिटी, स्मार्ट सिटी, मेट्रो सिटी, एजुकेशन सिटी के साथ अब ग्रीन सिटी के नाम से जाना जाएगा। विजयवर्गीय ने पूरे इंदौर की जनता को इस अभियान से जोड़ा। महापौर ने हर जाति, हर वर्ग को इस अभियान से जोड़ा और उन्हें अलग अलग वन बनाकर नाम दिये। फलदार, औषधीय वृक्ष लगाए। यह केवल शासन का काम नहीं आप सभी का अभियान है। शासन सुविधा दे सकता है, कार्यक्रम सफल नहीं कर सकता, वो आप सबने करके दिखाया। 9 वन में 3 तालाब बनाकर सिंचाई की व्यवस्था की है।

गृह मंत्री शाह ने आगे कहा कि इस मंच से भारत के CAPFs (केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल) जवानों को भी सलूट करूंगा। मई 2024 तक 5 करोड़ वृक्ष CAPF लगाने का लक्ष्य था। हमारा 5 करोड़ वृक्ष लगाने का कार्यक्रम एक साल पहले CAPF ने लगाकर समाप्त कर दिया है। CAPF ने 5 करोड़ 21 लाख पौधे लगाये हैं। इस साल फिर 5 करोड़ पौधे हम लगाएंगे। 2024 तक 6 करोड़ पौधे लगाने का काम पूरा हो जाएगा।

जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटेंगे

शाह ने कहा हमारे पुराण में लिखा है 10 पुत्रों के बराबर एक वृक्ष होता है। जिस तरह से विकास हो रहा है, हम अपनी अपनी सुविधाएं बढ़ाते जा रहे हैं। मोदी जी ने कहा है कि पीछे मुड़ कर आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए आगे देखिये, पर्यावरण की चिंता कीजिये। जलवायु परिवर्तन को अनुभव किया जा रहा है। गर्मी बढ़ रही है। मोदी जी ने इससे निपटने अभियान चलाया है।

शाह ने कहा मैं मप्र के लोगों को बधाई देना चाहता हूँ। मप्र को मैं भारत का फेफड़ा कहता हूँ। पूरे भारत को ऑक्सीज़न देने का काम मप्र कर रहा है। बहुत कम राज्य हैं जहां 31 प्रतिशत फॉरेस्ट कवर है। राज्य के क्षेत्रफल का 31 प्रतिशत क्षेत्र फॉरेस्ट कवर में आता है। पूरे देश के कुल फॉरेस्ट कवर का 12 प्रतिशत मप्र में है। इसलिए राज्य में कई तरह के पर्यटन को बढ़ावा दिया गया है। 6 टाइगर रिजर्व, 11 नेशनल पार्क, 24 अभयारण हैं और प्रधानमंत्री जी अब चीते लेकर कूनों में आ गए जिससे पर्यावरण को आगे बढ़ाने का काम हो रहा है। मोदी जी ने G 20 में वन अर्थ, वन फेमिली, वन फ्यूचर के साथ साथ ग्लोबल बायो फ्यूल अलाइन्स जैसे इनिशिएटिव लिए जिसके लिए यूएन ने उनको चैंपियन ऑफ अर्थ का पुरुष्कार दिया है। ग्रीन क्रेडिट कार्यक्रम भी मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रखा है। राष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोल-डीजल में 20 प्रतिशत इथेनोल की ब्लेंडिंग की अनुमति दी गई। 2025 तक पूरे भारत में पेट्रोल-डीजल में 20 प्रतिशत तक ब्लेंडिंग हो जाएगी। बायो फ्यूल बनाने के लिए 12 से ज्यादा रिफाइनरी लगाई गई। ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के तहत 20 हजार करोड़ का प्रोग्राम बनाया। गोबरधन स्कीम लाये। कई सारे इनिशिएटिव पर्यावरण की सुरक्षा के लिए मोदी ने दूरदर्शिता के साथ लिए हैं।

शाह ने आगे कहा मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब देश में पहली बार पर्यावरण विभाग शुरू करने का काम गुरजात सरकार ने किया। मोदी के तीसरे कार्यकाल में देश सुरक्षित, आधुनिक और क्षेत्र में नंबर वन बनेगा। इसका श्रेय जिन राज्यों में जाता है उनमें एक मप्र है जिसकी 29 की 29 सीटें जीती है। मोहन सरकार कई नए प्रोजेक्ट शुरू किए हैं। मोहन सरकार ने 3 लाख 65 हजार करोड़ का बजट रखा जो मप्र का अब तक सबसे बड़ा बजट है। जो विकास और किसान के बीच संतुलन बनाता है। शिक्षा के क्षेत्र में भी आज नए प्रोजेक्ट शुरू होने हैं। वृक्ष बोना सरल है लेकिन उन्हें अपने से ऊंचा करना कठिन होता है। इन पेड़ों को बढ़ा करते हुए अपने बेटों की तरह चिंता करना, फिर ये पेड़ बड़ा होकर आपकी चिंता करेगा।

नोट-खबर अपडेट हो रही है

By Jitendra Singh Yadav

जितेंद्र सिंह यादव वरिष्ठ पत्रकार, आरटीआई कार्यकर्ता और राजनीतिक विश्लेषक 15+ वर्षों का पत्रकारिता अनुभव, यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया (UNI) से जुड़े। स्वतंत्र विश्लेषक, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर गहरी पकड़। Save Journalism Foundation व इंदौर वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन के संस्थापक। Indore Varta यूट्यूब चैनल और NewsO2.com से जुड़े। 📌 निष्पक्ष पत्रकारिता व सामाजिक सरोकारों के लिए समर्पित।