इंदौर, 21 अगस्त 2024:
मध्यप्रदेश सरकार की अनूठी “मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना” का आगामी शेड्यूल जारी कर दिया गया है। इस योजना के अंतर्गत 14 सितम्बर से 26 फरवरी 2025 तक प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को विभिन्न धार्मिक स्थलों की यात्रा कराई जाएगी। धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग द्वारा इस बार के तीर्थ दर्शन यात्रा में वाराणसी (काशी), रामेश्वरम, मथुरा-वृंदावन, कामाख्या, अमृतसर, अयोध्या, द्वारका, जगन्नाथपुरी, शिर्डी और नागपुर जैसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों को शामिल किया गया है। इस अवधि में 15,000 से अधिक तीर्थ यात्री इन धार्मिक स्थलों की यात्रा करेंगे।
योजना का लाभ वे वरिष्ठ नागरिक उठा सकते हैं जो आयकरदाता नहीं हैं और जिनकी उम्र 60 वर्ष या उससे अधिक है। महिला तीर्थ यात्रियों के मामले में आयु में 2 वर्ष की छूट दी गई है।
यात्रा का शेड्यूल इस प्रकार है:
- 14 सितम्बर: उज्जैन से वाराणसी (काशी)-अयोध्या के लिए पहली ट्रेन रवाना होगी, जिसमें उज्जैन, सीहोर और विदिशा जिले के श्रद्धालु शामिल होंगे।
- 21 सितम्बर: रामेश्वरम के लिए दूसरी ट्रेन इंदौर, उज्जैन और सीहोर से यात्रियों के साथ रवाना होगी।
- 19 सितम्बर: मथुरा-वृंदावन के लिए तीसरी ट्रेन मेघनगर से रवाना होगी, जिसमें झाबुआ, रतलाम और उज्जैन के यात्री शामिल होंगे।
- 13 अक्टूबर: उज्जैन से कामाख्या के लिए चौथी ट्रेन रवाना होगी, जिसमें शाजापुर और सीहोर के यात्री भी शामिल होंगे।
- 21 अक्टूबर: इंदौर से अमृतसर के लिए पांचवीं ट्रेन रवाना होगी, जिसमें धार, उज्जैन और शिवपुरी के यात्री शामिल होंगे।
- 5 नवम्बर: वाराणसी (काशी)-अयोध्या के लिए छठवीं ट्रेन विदिशा से रवाना होगी, जिसमें सागर और दमोह के यात्री शामिल होंगे।
- 13 नवम्बर: रामेश्वरम के लिए सातवीं ट्रेन भोपाल, सीहोर और नर्मदापुरम से यात्रियों के साथ रवाना होगी।
- 21 नवम्बर: रीवा से द्वारका के लिए आठवीं ट्रेन रवाना होगी, जिसमें सतना और दमोह के यात्री भी शामिल होंगे।
- 29 नवम्बर: वाराणसी (काशी)-अयोध्या के लिए नौवीं ट्रेन दमोह से रवाना होगी, जिसमें मैहर और सतना के यात्री शामिल होंगे।
- 7 दिसम्बर: द्वारका के लिए दसवीं ट्रेन कटनी से रवाना होगी, जिसमें सागर और दमोह के यात्री शामिल होंगे।
- 15 दिसम्बर: रामेश्वरम के लिए ग्यारहवीं ट्रेन सतना से रवाना होगी, जिसमें कटनी और जबलपुर के यात्री शामिल होंगे।
- 23 दिसम्बर: उड़ीसा स्थित जगन्नाथपुरी के लिए बारहवीं ट्रेन खंडवा से रवाना होगी, जिसमें नरसिंहपुर और जबलपुर के यात्री शामिल होंगे।
- 31 दिसम्बर: कामाख्या के लिए तेरहवीं ट्रेन बैतूल से रवाना होगी, जिसमें विदिशा और दमोह के यात्री शामिल होंगे।
- 8 जनवरी: वाराणसी (काशी)-अयोध्या के लिए चौदहवीं ट्रेन सिवनी से रवाना होगी, जिसमें छिंदवाड़ा और बैतूल के यात्री शामिल होंगे।
- 16 जनवरी: रामेश्वरम के लिए पंद्रहवीं ट्रेन छिंदवाड़ा से रवाना होगी, जिसमें सिवनी-बैतूल और पंढुरणा के यात्री शामिल होंगे।
- 24 जनवरी: वाराणसी (काशी)-अयोध्या के लिए सोलहवीं ट्रेन अनूपपुर से रवाना होगी, जिसमें शहडोल और उमरिया के यात्री शामिल होंगे।
- 1 फरवरी: शिर्डी के लिए सत्रहवीं ट्रेन उमरिया से रवाना होगी, जिसमें कटनी और जबलपुर के यात्री शामिल होंगे।
- 7 फरवरी: रामेश्वरम के लिए अठारहवीं ट्रेन मुरैना से रवाना होगी, जिसमें ग्वालियर और दतिया के यात्री शामिल होंगे।
- 15 फरवरी: द्वारका के लिए उन्नीसवीं ट्रेन छतरपुर से रवाना होगी, जिसमें टीकमगढ़ और उज्जैन के यात्री शामिल होंगे।
- 23 फरवरी: नागपुर के लिए बीसवीं ट्रेन भिंड से रवाना होगी, जिसमें ग्वालियर और दतिया के यात्री शामिल होंगे।
यह योजना प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक अनूठा अवसर है, जिससे वे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों की यात्रा कर सकते हैं और धार्मिक अनुभव का लाभ उठा सकते हैं।