विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में डेयरी टेक्नोलॉजी कोर्स की शुरुआत पर संगोष्ठी आयोजित
इंदौर, 05 जनवरी 2025,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में देश की डेयरी कैपिटल बनने की पूरी क्षमता है। वर्तमान परिदृश्य में भारत दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुरूप हमें युवा शक्ति का उपयोग राष्ट्र निर्माण और विकास में करना है। डेयरी टेक्नोलॉजी युवाओं को आत्मनिर्भर बनने और प्रदेश को दुग्ध उत्पादन में शीर्ष स्थान पर पहुंचाने का अवसर प्रदान करती है।
डॉ. यादव ने यह बातें विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के स्वर्ण जयंती सभागृह में आयोजित संगोष्ठी में कहीं। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय में डेयरी टेक्नोलॉजी का अकादमिक डिग्री कोर्स शुरू किया जा रहा है। जबलपुर के साथ अब उज्जैन में भी पशुपालन का डिग्री कोर्स उपलब्ध होगा। भविष्य में यह कोर्स राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत अन्य विश्वविद्यालयों में भी शुरू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने दावा किया, “मध्यप्रदेश में दुग्ध उत्पादन का औसत 673 ग्राम है, जो राष्ट्रीय औसत 471 ग्राम से अधिक है। इसके बावजूद हमें संतुष्ट नहीं होना चाहिए। प्रदेश की भौगोलिक स्थिति, जल संपदा और उर्वरा भूमि को देखते हुए समेकित प्रयासों से मध्यप्रदेश को देश का नंबर-1 डेयरी राज्य बनाया जा सकता है।” उन्होंने डेयरी क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए पशुपालकों को प्रति लीटर दूध पर बोनस प्रदान करने और सिंचाई क्षेत्र का विस्तार करने की योजना की जानकारी दी।
उन्होंने यह भी कहा कि मालवा का क्षेत्र कृषि में समृद्ध है और अब पशुपालन में भी समृद्धि की ओर अग्रसर होगा। राज्य सरकार पशुधन के लिए पर्याप्त चारे की व्यवस्था और आधुनिक तकनीकों के उपयोग को बढ़ावा देगी।
कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का स्वागत विश्वविद्यालय के कुलगुरु अर्पण भारद्वाज ने शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट कर किया। एनसीसी कैडेट्स ने मुख्यमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विक्रम विश्वविद्यालय के एक्टिविटी कैलेंडर का विमोचन भी किया।
कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद बालयोगी उमेशनाथ महाराज, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, संभागायुक्त संजय गुप्ता, विश्वविद्यालय के कुलसचिव डी. के. पाण्डेय, और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
संजय गुप्ता ने अपने स्वागत भाषण में मुख्यमंत्री डॉ. यादव का पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी लिंक और केन-बेतवा नदी लिंक परियोजनाओं से कृषि और पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन कुलसचिव द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।