ऑनलाइन शॉपिंग में मध्य प्रदेश तेजी से उभरता डेस्टिनेशन
32 प्रतिशत इंदौर के विक्रेता अमेज़न पर
इंदौर, 27 जून 2024
आज की भाग दौड़ भरी ज़िंदगी के बीच ऑनलाइन शॉपिंग कामकाजी लोगों को सुकून देती है। समय बचाने के साथ ही ईएमआई की सुविधा और रिटर्न पॉलिसी के साथ ढेरों वेराइटी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर मौजूद होती हैं।अमेज़न पर मध्य प्रदेश खरीदने और बेंचने दोनों ही में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। मध्य प्रदेश ऑनलाइन शॉपिंग के मामले में तेजी से उभरता डेस्टिनेशन है। अमेज़न पर ऑनलाइन मप्र से लगभग 58500 से अधिक विक्रेता मौजूद हैं, जिनमें इंदौर के करीब 18800 विक्रेता शामिल हैं। यानि 32 प्रतिशत विक्रेता इंदौर के हैं। यह जानकारी इंदौर में एक निजी होटल में आयोजित प्रेस वार्ता में अमेजन इंडिया के होम, किचन और आउटडोर के डायरेक्टर, के एन श्रीकांत ने दी है।
35 से 40 प्रतिशत लोग ईएमआई पर करते हैं ऑनलाइन शॉपिंग
श्रीकांत ने Newso2 संवाददाता के एक प्रश्न के जवाब में जानकारी देते हुए कहा कि होम – किचन और आउटडोर केटेगरी में 35 से 40 प्रतिशत लोग ईएमआई पर शॉपिंग करते हैं। दो हजार रु से अधिक की अधिकतर वस्तुएँ ईएमआई पर ही ऑर्डर करते हैं । किश्तों में पैसा अदा करने की सुविधा देने से ग्राहकों को सहूलियत मिली है ।
मध्य प्रदेश में होम-आउटडोर कारोबार में सालाना 25% से अधिक का उछाल
श्रीकांत ने अमेज़न पर बिक्री के आंकड़े देते हुए दावा करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में होम, किचन और आउटडोर कारोबार में सालाना 25% से अधिक का उछाल देखने को मिला है। प्रेस्टीज और हैवेल्स जैसे टॉप ब्रांड के किचन उत्पादों और घरेलू उपकरणों में सालाना 20% से अधिक की वृद्धि देखी गई। साफ सफाई के परंपरागत सामान के साथ ही रोबोटिक वेक्यूम क्लीनर की मांग रही है। साफ सफाई के उत्पादों में इंदौर से 70 प्रतिशत और मप्र में 50 प्रतिशत वृद्धि दर्ज हुई है। श्रीकांत ने दावा किया कि बीते मई माह में हर दिन इंदौर से एक ईवी (इलेक्ट्रोनिक व्हीकल) की खरीददारी हुई है। इंदौर में बड़े फर्नीचर की बिक्री में 35 प्रतिशत और छोटे फर्नीचर की बिक्री में शत प्रतिशत बिक्री देखी गई है। इंदौर में जिम सेट अप जैसे होम ट्रेडमिल की बिक्री में सालाना 50% से अधिक का उछाल आया है। योगा के सामान की बिक्री 75% सालाना की दर से बढ़ रही है। इसके अलावा, इंदौर में तैराकी के सामान की मांग में 50% से अधिक की वृद्धि देखी गई है। तथा राज्य में कृषि उपकरणों की मांग में सालाना 45% की वृद्धि देखी गई है।