इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के एमबीए परीक्षा के दो पेपर लीक, छात्र संगठन ने किया प्रदर्शन

एक दिन पहले पेपर लीक, कुलपति को खबर ही नहीं …!

रिटायर्ड जज के नेतृत्व में 4 सदस्ययीय जांच कमेटी गठित

आरोपियों पर होगी एफ़आइआर कुलपति

इंदौर

मध्य प्रदेश के एजुकेशन हब के रूप में ख्यात इंदौर की नैक ए प्लस देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (DAVV) का एमबीए पाठ्यक्रम के पहले सेमेस्टर के 2 परीक्षा पत्र चार दिन में लीक हो चुके हैं, जिसे लेकर छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) विश्वविद्यालय के आरएनटी परिसर में प्रदर्शन कर रही है।

मंगलवार को छात्र संगठन एबीवीपी ने विरोध प्रदर्शन किया। कुलपति मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की । छात्र संगठन के नगर मंत्री सार्थक जैन ने विश्व विद्यालय प्रशासन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और जिम्मेदारों के इस्तीफे की मांग की। जैन ने ये भी आरोप लगाए कि लीक पेपरों की परीक्षा हो चुकी है, अब फिर से परीक्षा होगी तो फिर से नई उत्तर पुस्तिकाएँ, छपाई और अन्य खर्चे होंगे। जिनमें फिर एक घोटाला होने की संभावना है।

ये पेपर हुए लीक

25 मई को एमबीए के पहले सेमेस्टर का quantitative technique पेपर था जो 24 घंटे पहले सोशल मीडिया पर लीक होने के आरोप हैं

28 मई को आयोजित होने वाला एमबीए पहले सेमेस्टर का अकाउंट का भी पेपर 24 घंटे पहले सोशल मीडिया पर लीक हो गया

बड़ा सवाल

कुलपति की सफाई

कुलपति डॉ रेनू जैन ने मीडिया को बताया कि उन्हें पेपर लीक का दुःख है। उन्होने कहा कि इसका खामियाजा निर्दोष छात्र भी उठा रहे हैं। इस मामले में हम पुलिस में एफआईआर करवा रहे हैं।

4 सदस्य की जांच कमेटी गठित

कुलपति डॉ रेनू जैन ने बताया कि एक रिटायर्ड जज के नेतृत्व में 4 सदस्यों की जांच कमेटी बनाई है। दोषियों लिए खिलाफ कार्यवाही होगी। यदि कोई सेंटर दोषी पाया जाता है तो उसे ब्लैक लिस्ट किया जायेगा और यदि कोई प्रशासन के व्यक्ति की भूमिका सामने आएगी तो सस्पेंड किया जाएगा, लेकिन जब कुलपति से पूछा गया कि चंद घंटे पहले पेपर परीक्षा केंद्र पहुँचता है तो लीक कैसे और कहाँ से होगा जिस पर उन्होंने स्पष्ट जवाब नहीं दिया।

115 किलोमीटर दूर से आते हैं परीक्षा देने, आर्थिक के साथ मानसिक, शारीरिक नुकसान – प्रभावित छात्र

अनिरुद्ध मीणा एमबीए के स्टूडेंट हैं। वे इंदौर से 115 किमी दूर देवास जिले की सातवास तहसील के ग्राम इकलेरा से परीक्षा देने इंदौर पहुँचते हैं। वे अपने गृह नगर से up down करते हैं। अटल बिहारी शासकीय वाणिज्य महाविद्यालय के स्टूडेंट हैं। अनिरुद्ध बताते हैं कि उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि खेती-किसानी है। वे अपने गाँव के पहले बेटे हैं जो एमबीए करने बाहर निकले हैं। अनिरुद्ध आज भी परीक्षा देने इंदौर आए हैं और पेपर लीक होने के बाद यूनिवर्सिटी पहुंचे अनिरुद्ध अपनी पीड़ा बताते हुए कहते हैं कि 45 डिग्री तापमान में 115 किमी दूर से पब्लिक ट्रांसपोर्ट से इंदौर आने-जाने और अन्य खर्चों में करीब 800-1000 रु खर्च हो जाता है। इस तरह के पेपर लीक से आर्थिक के साथ मानसिक और शारीरिक तकलीफ होती है। माता- पिता भी उम्मीद से रहते हैं कि बच्चा 2 साल में डिग्री पूरी कर काम धंधे से लग जाएगा लेकिन विश्वविद्यालय के लचर रवैये से हम स्टूडेंट्स का भविष्य में आधर में हैं। देखें क्या कहा अनिरुद्ध ने —https://www.facebook.com/100063804135297/videos/464127039502640

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।