क्या पीएम मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ गिर रहा है ?
यूपी के लड़कों से पीछे होकर मोदी पहुंचे नंबर 4 पर
4 जुलाई 2024
अपनी वाकपटुता और भाषण शैली से भारत में अपनी लोकप्रियता के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए बेहद बुरी और चौंकाने वाली खबर है। यह खबर देश की लोकसभा और राज्यसभा का सीधा प्रसारण करने वाली संसद टीवी से आ रही है। संसद टीवी के मुताबिक लोकसभा में मोदी के दिये भाषण को महज सवा लाख लोगों ने ही सुना है। जबकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 8 लाख से ज्यादा लोगों ने सुना और देखा है। उत्तर प्रदेश से समाजवादी सांसद अखिलेश यादव को 4 लाख से अधिक दर्शक मिले हैं।
उधर यूपी की नगीना लोकसभा सीट से आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) से सांसद चन्द्रशेखर आज़ाद रावण ने पहले नंबर पर रहकर लगभग साढ़े आठ लाख दर्शक जुटाए हैं। आपको बता दें कि एक दशक के बाद नेता प्रतिपक्ष के रूप में नवनिर्वाचित और नियुक्त राहुल गांधी ने सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं संघ (RSS) पर तीखा हमला बोला था। यूपी की अमेठी से संसद राहुल ने मोदी और भाजपा पर नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए इनके साथ आरएसएस पर भी हिंसा फैलाने का आरोप लगाया था। उधर राहुल के साथ कंधे से कंधा मिलाते हुए यूपी के काननोज से सपा सांसद अखिलेश यादव ने भी बीजेपी की डबल इंजन की सरकार की कलई खोल दी थी। वहीं लोकसभा में अपने पहले भाषण में चंद्रशेखर ने दलित, किसान, मजदूर,न्याय, संविधान, प्रेस की आज़ादी की जमकर पैरवी की थी।
यूपी के लड़कों के भाषण का ग्राफ टॉप पर हालांकि यूपी से ही सांसद मोदी की रेटिंग गिरकर चौथे नंबर पर पहुंची
देश किसी की बपौती नहीं- चंद्रशेखर
सदन में पहली बार बोलते हुए नगीना से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद रावण मोदी सरकार पर जमकर बरसे। उन्होने कहा कि पिछले सभी प्रधानमंत्रियों ने जितना कर्ज लिया, उससे दोगुना कर्ज पीएम मोदी ने लिया है। उन्होने कहा दलित, पिछड़े, मुसलमानों पर आज़ादी के 70 वर्ष बाद भी हिंसा नहीं रुक रही। देश किसी की बपौती नहीं है, देश संविधान से चलेगा। उन्होने दलित समुदाय की पीड़ा बताते हुए कहा कि हम मरने के लिए पैदा नहीं हुए, जो देखो वो हमारी हत्या कर देता है। मूंछे रखना हो, घोड़ी पर चढ़ना हो या मंदिर जाना हो, कोई भी हत्या कर देता है। जातिगत जनगणना होना चाहिए। चंद्रशेखर ने किसानों को लाठियाँ और बड़े उधयोगपतियों का कर्ज माफ, पत्रकारों को आवाज उठाने पर नौकरी खोना, सोशल मीडिया पर नकेल कसने, सरकारी नौकरियों में पिछले दरबाजे (lateral) से एंट्री के सरकार पर आरोप लगाए।
राहुल गांधी ने बीजेपी को हिंसक बताकर लाया सियासी उबाल
एक दशक बाद अवसर मिलने पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपने 90 मिनट के भाषण में पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी सरकार को जमकर घेरा। उन्होने बीजेपी,RSS को हिंसक हिन्दू बताकर सियासी उबाल ला दिया। यहाँ तक कि दो बार पीएम मोदी को खड़ा होना पड़ा साथ ही गृह मंत्री समेत 5 केंद्रीय मंत्री बचाव में खड़े हुए। राहुल ने मणिपुर हिंसा, नीट पेपर लीक, किसान एमएसपी पर भी अपनी बात रखी। राहुल ने अग्निवीर योजना का विरोध किया। बीजेपी में मोदी का डर होने के आरोप लगाए। स्पीकर पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे स्पीकर ओम बिरला ने उनसे सीधे खड़े होकर हाथ मिलाया और मोदी से झुककर हाथ मिलाया। सरकार को अहंकारी कहते हुए किसान को आतंकी कहने के आरोप लगाए। वहीं लोक सभा स्पीकर ओम बिरला ने राहुल के भाषण के कुछ अंशों को संसद की कार्यवाही से बाहर कर दिया है।
अयोध्या में विपक्ष की जीत परिपक्व मतदाताओं की लोकतांत्रिक समझ की जीत -अखिलेश
समाजवादी पार्टी मुखिया और सांसद अखिलेश यादव ने सदन में अपने भाषण में मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला और अयोध्या में विपक्ष की जीत को देश के परिपक्व मतदाताओं की लोकतांत्रिक समझ की जीत बताया वहीं कन्नोज से सांसद यादव ने इवीएम की विश्वसनीयता पर भी प्रश्न उठाते हुए कहा कि यदि मैं यूपी की 80 की 80 सीटें जीत जाऊँ तो भी मुझे इवीएम पर भरोसा नहीं होगा । ईवीएम से जीतकर इवीएम हटाने का काम करेंगे। उन्होने जातिगत जनगणना का मुद्दा रखते हुए कहा कि इसके बिना सामाजिक न्याय संभव नहीं है। उन्होंने सरकार पर आरक्षण से खिलवाड़ के आरोप लगाए और कहा इंडिया गठबंधन की सरकार आने पर अग्निवीर योजना हटा दी जाएगी।
कांग्रेस का झूठ, राहुल मंदबुद्धि और बीजेपी विकास रथ पर सवार मोदी के रहे प्रमुख मुद्दे
यूपी के वाराणसी से सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण में कांग्रेस पर झूठ फैलाने कए आरोप, राहुल को मंद बुद्धि बालक, बीजेपी विकास के रथ पर सवार और उनकी स्थिर सरकार प्रमुख रहा, उन्होने नए सांसदों का स्वागत करते हुए उन्हें परिपक्व बताया। पीएम मोदी ने अपने भाषण में आरोप लगाते हुए कहा, ”कांग्रेस देश में आर्थिक अराजकता फैलाने की कोशिश कर रही है, जहाँ कांग्रेस का शासन है, वहां के राज्य देश पर आर्थिक बोझ बनने की कोशिश कर रहे हैं। अग्निवीर को लेकर झूठ बोला गया, एमएसपी को लेकर यही किया जा रहा है। संविधान की गरिमा से खिलवाड़ हुआ है। डॉक्टर बाबा साहेब आंबेडकर ने कांग्रेस के दलित विरोधी होने के कारण कैबिनेट से इस्तीफ़ा दिया था। नेहरू ने भी दलितों पिछड़ों के साथ अन्याय किया। पीएम मोदी ने अपनी सरकार के ट्रैक रिकॉर्ड का ज़िक्र किया और कहा कि इसे देख कर ही जनता ने उन्हें जीत दिलाई है। जिसकी वजह से कुछ लोगों को पीड़ा हो रही है।”