इंदौर/भोपाल, 16 अक्टूबर 2024 (न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126। मध्यप्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक प्रांत अध्यक्ष शंभूनाथ सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में संगठनात्मक स्थिति पर चर्चा करते हुए सभी पदाधिकारियों ने तकनीकी कर्मचारी संघ को पुनः सुदृढ़ और सक्रिय करने की आवश्यकता पर बल दिया। संघ के सदस्यों ने निर्णय लिया कि मंडल की सभी उत्तरवर्ती कंपनियों में कार्यरत नियमित, संविदा, आउटसोर्स और पेंशनभोगियों की समस्याओं और मांगों को प्राथमिकता से प्रशासन के समक्ष उठाने के लिए संगठित रूप से काम करना होगा।

प्रांतीय उपाध्यक्ष प्रदीप कुमार द्विवेदी ने बैठक की विस्तृत जानकारी देते हुए सभी सदस्यों से अपील की कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में तकनीकी संघ को मजबूत करने के लिए हर स्तर पर कर्मचारियों और सेवानिवृत्त साथियों से संपर्क स्थापित करें। उन्होंने यह भी कहा कि संगठन में सभी वर्गों का समावेश करने के लिए नई शाखाओं का गठन आवश्यक है। इसमें नियमित कर्मचारियों के साथ-साथ संविदा और आउटसोर्सिंग कर्मियों को भी शामिल किया जाएगा ताकि संगठन की कार्यकारिणी में सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व हो सके।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए शंभूनाथ सिंह ने कहा कि संघ को क्रियाशील बनाने के लिए हमें संगठनात्मक सुधारों के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने प्रशासन और कर्मचारियों के बीच संघ की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए संघ के इतिहास को साझा किया।

ट्रांसमिशन विंग के नेता अजय सिंह तोमर ने मैदानी स्तर पर कर्मचारियों की समस्याओं पर चर्चा करते हुए सभी को एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि संघ को हर स्तर पर सक्रिय करना आवश्यक है, जिससे कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान हो सके।

प्रांतीय सचिव असलम खान ने कहा कि तकनीकी कर्मचारी संघ जल्द ही हर स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा और शाखाओं का पुनर्गठन शुरू करेगा। बैठक में अन्य पदाधिकारियों ने भी अपने सुझाव दिए और नए कार्यकारिणी गठन के लिए तत्परता दिखाई। इस अवसर पर बैठक का संचालन रामकेवल यादव ने किया और आभार प्रदर्शन दुर्गेश शर्मा ने किया।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।