file photo

चौतरफा विरोध के चलते कटने से बच गए हैं भोपाल के 29 हजार पेड़

मप्र सरकार ने निरस्त की पुनर्घनत्वीकरण योजना

297 एकड़ भूमि पर मंत्रियों-विधायकों के आवास का होना था निर्माण

इंदौर, 17 जून 2024

चौतरफा विरोध के चलते मप्र सरकार ने राजधानी भोपाल के तुलसी नगर के 29 हजार पेड़ों को काटने का फैसला वापस ले लिया है। इन पेड़ों को मंत्रियों और विधायकों के नए आवास के लिए काटा जा रहा था। नगरीय प्रशासन विकास विभाग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने आज दोपहर सोशल मीडिया पर जानकारी दी, इसके बावजूद भी भोपाल में पर्यावरण प्रेमियों ने आज शाम को कैन्डल मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। यहाँ के नागरिकों ने कहा कि उन्हें लिखित आदेश चाहिए, आश्वासन तो पहले भी मिलते रहे हैं। इसके बाद देर शाम को मप्र गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल आयुक्त ने भोपाल स्थित 1250 क्वार्टर की भूमि पर प्रस्तावित पुनर्घनत्वीकरण योजना के निरस्तीकरण के आदेश जारी कर दिये हैं। उल्लेखनीय है भोपाल में बीते कुछ दिनों से रहवासी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यहाँ चिपको आंदोलन चलाया जा रहा था ,जिसमें महिलाएं पेड़ों से चिपक कर खड़ी थीं ताकि उन्हें कटने से रोका जा सके।

मंत्री विजयवर्गीय की सफाई-

अपने अधिकृत सोशल मीडिया हैंडल पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने लिखा, “नये भोपाल के पुनर्घनत्वीकरण योजना के पर्यावरण संरक्षण एवं क्षेत्र में विद्यमान वृक्षों को देखते हुए प्रस्तुत प्रस्ताव को संपूर्ण विचारोपरांत अस्वीकृत कर अन्य वैकल्पिक स्थानों के परीक्षण के निर्देश दिये गये हैं। नवीन प्रस्ताव हेतु प्रारंभिक स्तर पर भी नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों से विचार विमर्श भी किया जाएगा।“

By Jitendra Singh Yadav

जितेंद्र सिंह यादव वरिष्ठ पत्रकार, आरटीआई कार्यकर्ता और राजनीतिक विश्लेषक 15+ वर्षों का पत्रकारिता अनुभव, यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया (UNI) से जुड़े। स्वतंत्र विश्लेषक, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर गहरी पकड़। Save Journalism Foundation व इंदौर वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन के संस्थापक। Indore Varta यूट्यूब चैनल और NewsO2.com से जुड़े। 📌 निष्पक्ष पत्रकारिता व सामाजिक सरोकारों के लिए समर्पित।