सतीश जैन, इंदौर
8 अगस्त 2024:
मुनि श्री विनम्र सागर जी महाराज ने छत्रपति नगर के दलाल बाग में अपने प्रवचन में कहा कि दीक्षा लेना साधु मार्ग का अंतिम चरण नहीं है। उन्होंने कहा कि योगी बनने से बड़ा है सहयोगी बनना, क्योंकि सहयोग से ही पूरी दुनिया चल रही है। मुनि श्री ने यह भी कहा कि स्वार्थी योगी इस संसार में मुक्ति के पात्र नहीं बन सकते और जैन शासन में सहयोगी की बड़ी कीमत है।
मुनि श्री ने गुरु दीक्षा की महत्वता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरु दक्षिणा गुरु दीक्षा से ऊपर है। उन्होंने कहा कि उन्हें निजी व्यक्तित्व से ज्यादा आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के प्रकल्पों को पूरा करने की चिंता है और इसके लिए सभी से सहयोग की अपील की। मुनि श्री ने अपने दीक्षा दिवस पर गुरुदेव के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन और पूजन का आयोजन किया, जिसमें भोपाल और विदिशा से आए श्रावकों ने भाग लिया।
इस अवसर पर मनोज बाकलीवाल, मनीष नायक, सतीश डबडेरा, सचिन जैन, विपुल बांझल, आनंद जैन, प्रकाशचंद जैन स्टील, आलोक बंडा, रितेश जैन और कैलाश चंद जैन नेताजी उपस्थित थे। सतीश जैन ने बताया कि 10 और 11 अगस्त को दलाल बाग में विशेष विरोदय कार्यक्रम और मुनि श्री विनम्र सागर जी महाराज का दीक्षा दिवस मनाया जाएगा। 10 अगस्त को परमवीर चक्र विजेता योगेंद्र सिंह यादव के सम्मान में सैनिक सम्मान समारोह होगा और 11 अगस्त की रात को भक्ति और देशभक्ति के नाम एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
प्रत्येक सुबह 8:30 बजे आचार्य श्री जी की पूजन, 9:00 बजे प्रवचन और बाद में आहार चर्या दलाल बाग में होती है। धर्म सभा का सफल संचालन भूपेंद्र जैन ने किया।