सतीश जैन,इंदौर

06 अगस्त 2024

7724038126

छत्रपति नगर के दलाल बाग में मुनि श्री विनम्र सागर जी महाराज ने अपने प्रवचन में वृक्ष, गाय, नदी और संत की परोपकारी प्रकृति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ये सभी जहां भी होते हैं, वहां परोपकार ही करते हैं। मुनि श्री ने कहा कि बड़े लोग कभी किसी को इंतजार नहीं कराते, और उनके बड़े होने का यह भी एक मुख्य कारण है। उन्होंने आचार्य विद्यासागर जी महाराज के अनुभवों का उल्लेख करते हुए कहा कि बड़ी सफलता पाने के लिए समय, ऊर्जा, और मनोविज्ञान का प्रबंधन जरूरी है।

मुनि श्री ने यह भी बताया कि संयमित भोजन और मानसिक आहार का संयम हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि जिनके जीवन में ईर्ष्या होती है, उनके चेहरे पर झुर्रियां पढ़ने लगती हैं, और उनके चेहरे की सुंदरता प्रभावित होती है। संयम और संवेदनशीलता जीवन को ऊंचाई पर ले जाती हैं। उन्होंने चैरिटी की व्यवस्थाओं के महत्व को भी बताया और कहा कि एक व्यक्ति के जीवन में संत और आचार्य के प्रकल्पों के लिए कार्य करना गर्व की बात है। उन्होंने आने वाली पीढ़ियों के लिए संस्कृति निर्माण की आवश्यकता की ओर भी संकेत किया।

धर्म सभा के दौरान, गुरुदेव के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन के बाद श्रावक-श्राविकाओं ने पूजन किया। इस अवसर पर मनीष नायक, सतीश डबडेरा, विपुल बांझल, सतीश जैन, आनंद जैन, प्रदीप जैन (स्टील), कमल अग्रवाल, और अन्य विशिष्ट लोग उपस्थित थे। मुनि संघ के प्रवचन प्रतिदिन प्रातः 6:00 बजे, आचार्य भक्ति 7:00 बजे, और शांति धारा मंदिर में होते हैं। आने वाली 18 अगस्त को 8 वर्ष से बड़े और अविवाहित बच्चों के लिए उपनयन संस्कार आयोजित किया जाएगा। इसके लिए 17 तारीख को बालकों का मुंडन किया जाएगा। धर्म सभा का सफल संचालन भूपेंद्र जैन ने किया।