49 दिव्यांग समेत 93 अस्पताल में भर्ती, 3 की हालत गंभीर, शेष स्थिर
इंदौर, 03 जुलाई 2024
इंदौर में गैर सरकारी संस्था युग पुरुष धाम बौद्धिक विकास केन्द्र के 5 बच्चों की मौत के बाद बुधवार को एक अन्य निजी अकेडमी के तीन दर्जन से अधिक छात्रों को शासकीय महाराजा यशवंत राव (एमवायएच) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इन छात्रों में उल्टी, दस्त, पेट दर्द, गेस्ट्रोएंट्राइटिस की शिकायत पायी गई है। वहीं युग पुरुष संस्था के भी चार दर्जन से अधिक बच्चे शासकीय चाचा नेहरू अस्पताल में भर्ती हुए हैं। इनमें तीन बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है। इस तरह 93 बच्चे और छात्र दो अस्पतालों में उपचाररत हैं। खाद्य विभाग ने दोनों संस्थाओं से खाध्य सामग्री के सैंपल एकत्रित कर जांच के लिए लेबोरेट्री भेज दिये हैं। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने भी अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें सामूहिक रूप से बनने वाले भोजन और पेय जल स्त्रोत की जांच के लिए सघन अभियान चलाने के निर्देश दिये हैं।
शासकीय चाचा नेहरू अस्पताल की अधीक्षक डॉ प्रीति मालपानी ने बताया कि युग पुरुष संस्था के 49 बच्चे भर्ती हुए हैं। इनकी उम्र 5 वर्ष से 17 वर्ष है। इनमें 3 बच्चों की हालत गंभीर है, जिनकी उम्र 12-13 वर्ष है। वे आईसीयू में भर्ती हैं। उन्हें सीवियर डिहाइड्रेशन हुआ है। शेष की हालत स्थिर है।
एमवायएच के अधीक्षक डॉ अशोक यादव ने बताया कि नवलखा स्थित एक निजी इंस्टीट्यूट के 44 छात्रों को भर्ती किया गया है। सभी की हालत अब ठीक है। इनकी उम्र 17 वर्ष से 25 वर्ष है। 24 घंटे निगरानी में रखने के बाद उनकी बेहतर स्थिति देखकर उन्हें डिस्चार्ज किया जा सकेगा।
फूड इंस्पेक्टर मनीष गोस्वामी ने बताया कि युग पुरुष संस्था और फिजिकल एकेडमी दोनों जगह से भोजन, दूध, तेल, सभी तरह की खाद्य सामाग्री के सैंपल ले लिए हैं।माइक्रोबायोलोजिकल टेस्ट के लिए सभी सैंपल भेजे गए हैं। एक हफ्ते बाद जांच रिपोर्ट आएगी, उसके बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
बारिश में खान-पान का रखें विशेष ध्यान
डॉ अशोक यादव ने बताया कि बारिश के मौसम में बीमारियाँ फैलती हैं। ऐसे में खान पान का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। बाहर का भोजन, फास्ट फूड, चाट-पकोड़े से परहेज करें। पानी साफ और उबाल कर पीएं। फल, सब्जी धोकर खाएं। भोजन अच्छे से पका हुआ हो।
सामूहिक भोजन बनने वाले स्थल और पेयजल स्रोत की जाँच के लिए चलेगा सघन अभियान
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि हॉस्टल, छात्रावासों, आश्रमों तथा कोचिंग संस्थानों सहित ऐसे संस्थान जहाँ कॉमन किचन में अधिक संख्या में लोग खाना खाते हैं तथा जिनका पेयजल का स्रोत भी कॉमन है, वहाँ पर गुणवत्ता की जाँच के निर्देश दिए हैं। ज़िले के सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र में 7 दिवस के भीतर यह जाँच कर मुझे रिपोर्ट देंगे । जाँच दल में एसडीएम के अलावा नगरीय क्षेत्र में निगम के स्वास्थ्य अधिकारी, फ़ूड सेफ़्टी ऑफ़िसर तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी शामिल रहेंगे ।