इंदौर/लखनऊ, 12 अक्टूबर 2024 (न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति और ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक, पद्म श्री प्रोफेसर महेंद्र सिंह सोढ़ा का आज दुखद निधन हो गया। 92 वर्षीय सोढ़ा ने शनिवार सुबह अंतिम सांस ली। वे लखनऊ में निवासरत थे और पिछले कुछ महीनों से अस्वस्थ चल रहे थे।
श्री सोढ़ा देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के अलावा भोपाल की बरकतुल्ला विश्वविद्यालय में भी कुलपति रहे। वे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली में डीन रहे। यहाँ से वे इंदौर आए थे और 1988 से 1992 तक देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में सेवा दी। देवी अहिल्या विश्व विध्यालय के सेवा निर्वात्त प्रोफेसर ज्ञान प्रकाश ने बताया श्री सोढ़ा के कार्यकाल में विश्वविद्यालय ने उल्लेखनीय प्रगति की, विशेष रूप से फाइनेंस कोर्स जैसे कई नवाचार उनके नेतृत्व में शुरू किए गए। प्रोफेसर सोढ़ा की विशेषज्ञता प्लाज्मा, ओप्टिक्स में रही है।
सर्वोच्च भारतीय विज्ञान पुरस्कार से दो बार सम्मानित
उन्हें विज्ञान और प्रोद्योगिकी में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दो बार सर्वोच्च भारतीय विज्ञान पुरस्कार शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उनके निधन से शिक्षा और विज्ञान जगत में शोक की लहर है।
जीवन वृत
1932 को जन्में श्री सोढ़ा ने इलाहाबाद विश्व विध्यालय से 1951 में फिजिक्स में एमएससी की । इसके बाद उन्होने 1958 में ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय , कनाडा से पोस्ट डॉक्टरेट फेलो के रूप कार्य किया । इसके बाद आर्मर रिसर्च फाउंडेशन , शिकागो में वरिष्ठ वैज्ञानिक के रूप में काम किया । 1964 में, वे भारत वापस आने पर IIT Delhi भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली में प्रोफेसर के रूप में कार्य किया और यहीं डीन भी हुए । यहाँ से इंदौर आकर देवी अहिल्या विश्वविध्यालय के कुलपति रहे । फिर 1992 से 1995 तक लखनऊ यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर रहे । 1998 से 2000 तक भोपाल की बरकतुल्ला यूनिवर्सिटी में कुलपति रहे ।