इंदौर/ नई दिल्ली, 23 अप्रैल 2025: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले में अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 से अधिक घायल हुए हैं। यह हमला हाल के वर्षों में कश्मीर में नागरिकों पर हुआ सबसे घातक हमला माना जा रहा है। हमलावरों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं, जिससे कई लोग मारे गए और घायल हुए। मारे गए लोगों में भारतीय नौसेना के एक अधिकारी और खुफिया ब्यूरो के एक अधिकारी भी शामिल हैं।
इस हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की शाखा ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली है। सुरक्षा एजेंसियों ने तीन संदिग्ध आतंकियों – आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा – के स्केच जारी किए हैं। हमले के पीछे का मकसद क्षेत्र में हो रहे जनसांख्यिकीय बदलावों के प्रति विरोध जताना बताया जा रहा है।
पीएम मोदी विदेशी दौरे को निरस्त कर लौटे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब की यात्रा बीच में छोड़कर भारत लौटते ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और विदेश मंत्री के साथ आपात बैठक की। गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंचे और सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया है, जिसमें हेलीकॉप्टरों की मदद से जंगलों में छिपे आतंकियों की तलाश की जा रही है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमले की निंदा
इस हमले की विश्व भर में निंदा की गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस सहित कई वैश्विक नेताओं ने भारत के प्रति एकजुटता व्यक्त की है।
यह हमला कश्मीर में शांति बहाली के प्रयासों के लिए एक गंभीर चुनौती है। सरकार और सुरक्षा एजेंसियां आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी में हैं।