प्रशांत किशोर भाजपा के पक्ष में क्यों बना रहे हैं माहौल ?

रंगे हाथों पकड़े गए प्रशांत किशोर क्यों तमतमा गए ?

इंदौर

पिछले 48 घंटों से भारत की राजनीति में प्रशांत किशोर का वह बयान सुर्खियों में बना हुआ है, जिसमें उन्होने भारतीय जनता पार्टी की न केवल तीसरी बार सरकार बनने का कथित आंकलन जारी किया है साथ ही साथ उन्होने ये भी दावा किया है कि इन दिनों चुनावी मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ किसी प्रकार का आक्रोश या विरोधी लहर नहीं है। दरअसल यह बयान सामने आते ही प्रशांत किशोर की मंशा और इस तरह की कथित भविष्यवाणी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इतना ही नहीं बैक टू बैक सभी प्रमुख मीडिया संस्थानों को प्रशांत किशोर का इंटरव्यू देना और विपक्ष की आवाज से सामान्यत: परहेज करने वाले मुख्य धारा के मीडिया घरानों का प्रशांत किशोर का इंटरव्यू प्रसारित/ प्रकाशित करना भी आलोचकों के संदेह का आधार रहा है। तमाम स्वतंत्र आलोचकों ने प्रशांत किशोर के इस दावे को जहां भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने का एजेंडा करार दिया है तो वहीं कुछ राजनीतिक जानकारों ने इसे प्रशांत किशोर की बिहार में जनता दल यूनाइटेड का रिप्लेसमेंट बनने की महत्वकांक्षा के फलीभूत एक सुनियोजित कदम भी करार दिया है।

वरिष्ठ पत्रकार जितेंद्र सिंह यादव की मानें तो यह सारी कवायद सोशल और इंटरनेट मीडिया पर लगातार पिटा रही भाजपा को अंतिम चरणों में उबारने की एक कवायद भर का परिणाम है। राजनीतिक विश्लेषक यादव ने बताया कि जिस तरह सोशल मीडिया पर सबसे विश्वसनीय और लोकप्रिय माने जाने वाले ध्रुव राठी ने अपने हालिया प्रसारित एक वीडियो में एक दावा प्रशांत किशोर के हवाले से किया था , जिसमें उन्होने कहा था, “भाजपा के लोगों को वोट नहीं चाहिए, ये लोग आपके दिमाग पर पूरा कंट्रोल चाहते हैं।” आपको बता दें कि प्रशांत किशोर ने ये दावा हाल ही में संदीश भाटिया को दिये इंटरव्यू में किया था।

इसके अलावा राजनेता, सामाजिक कार्यकर्ता योगेन्द्र यादव ने भी हाल ही में भाजपा को इस बार जादुई आंकड़ा नहीं मिलने का दावा किया है। उन्होने कहा है कि तीसरी बार मोदी सरकार की राह आसान नहीं रहने वाली है।

इसके बाद इसी तरह के अन्य विश्लेषकों और सेफोलोजिस्ट के दावों को काउंटर करने के लिए प्रशांत किशोर से इस तरह के इंटरव्यू करवाए जाना प्रतीत होता है।

क्यों तमतमाए प्रशांत किशोर ?

ख्यात न्यूज एंकर और पत्रकार करण थापर ने हाल ही में प्रशांत किशोर का इंटरव्यू किया है , जिसमें उन्होने प्रशांत किशोर से पूछा कि उनकी मई 2022 में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की हार और सितंबर 2023 में तेलांगना में वीआरएस की जीत दोनों भविष्यवाणी आखिर क्यों गलत सिद्ध हुईं? इस प्रश्न को सुनकर प्रशांत किशोर तमतमा गए। किशोर ने यहाँ तक कहा कि अखबार कुछ भी छापते हैं, आप वीडियो दिखाएँ, मैंने कहाँ ऐसा बोला? वीडियो की बात पर किशोर अड़ गए और एंकर थापर पर हावी होने की कोशिश की। थापर ने कहा भी हर साक्ष्य वीडियो में हो जरूरी नहीं। घमंड में चूर प्रशांत किशोर एंकर को धमका तक रहे थे। आपको बता दें थापर ऐसे पत्रकार हैं जो पूरी तैयारी से इंटरव्यू करते हैं। थापर ने प्रशांत किशोर का वो ट्वीट भी जारी किया जिसमें उन्होने उपरोक्त भविष्यवाणी की थीं।

करण थापर- प्रशांत किशोर एपिसोड पर देश के कई पत्रकारों ने प्रशांत किशोर की आलोचना की और कहा कि प्रशांत किशोर एक एजेंडा को फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।

रंगे हाथों पकड़े गए प्रशांत किशोर

Satyahindi के पत्रकार आशुतोष ने टिप्पणी करते हुए कहा कि प्रशांत किशोर रंगे हाथों पकड़े गए हैं। वे एंकर को धमका रहे थे और निजी हमले कर रहे थे। प्रशांत किशोर overrated, mediasevy व्यक्तिव हैं। वे narrative फैलाने की कोशिश कर रहे थे, वे expose हो गए हैं।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।