प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों के लिए ऑडिट और वित्तीय विवरण तैयार करने में सावधानी बरतने की आवश्यकता है: विशेषज्ञ

इंदौर में आयोजित एक सेमिनार में विशेषज्ञों ने प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों के लिए ऑडिट और वित्तीय विवरण तैयार करने में सावधानी बरतने की आवश्यकता पर जोर दिया। सेमिनार में बताया गया कि प्रॉपर डिस्क्लोज़र और रिपोर्टिंग नहीं होने पर नोटिस और जुर्माना लग सकता है।

आईसीएआई के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सीए मनोज फडनिस ने कहा कि प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों में लिस्टेड कंपनियों की तुलना में कम डिस्क्लोज़र रिक्वायरमेंट्स होती हैं, लेकिन फिर भी यह बहुत महत्वपूर्ण है कि वित्तीय विवरणों में पारदर्शिता हो।

स्पीकर सीए अभिषेक गांग ने बताया कि ऑडिटर्स की दोहरी भूमिका होती है – वित्तीय विवरण बनाने और ऑडिट करने की। उन्होंने कहा कि मैनेजमेंट को वित्तीय विवरण बनाने में असमर्थ होने पर ऑडिटर के स्थान पर अन्य सीए की सेवाएं लेनी चाहिए ताकि मेकर एंड चेकर सिद्धांत फॉलो हो सके।

सेमिनार में यह भी बताया गया कि अब नेशनल फाइनेंसियल रिपोर्टिंग ऑथोरिटी, आईसीएआई का डिसिप्लिनरी डायरेक्टरेट सहित अन्य नियामक संस्थाएं गलती करने पर नोटिस जारी करती हैं और मैनेजमेंट को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।