राहुल ने किया स्मृति का बचाव तो विजयवर्गीय खुद गए कांग्रेस को न्यौता देने , इंदौर में 51 लाख पौधे लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने के प्रयास

इंदौर, 12 जुलाई 2024

राजनीति में छींटाकसी, आरोप-प्रत्यारोप, एक दूसरे को नीचा दिखाना, कटुता जैसे सियासी घटनाक्रम अक्सर देखने को मिलते हैं, लेकिन ऐसा दुर्लभ होता है जब दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सामाजिक या मानवीय संवेदना व्यक्त करते हुए कटुता से उलट सियासत का श्वेत क्षण देखने मिले। इस मायने में शुक्रवार 12 जुलाई का दिन खास है। आज सुबह जहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर पूर्व मंत्री और अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी की हार के खिलाफ सोशल मीडिया पर उनकी हो रही आलोचना नहीं करने का आग्रह किया, तो वहीं आज मप्र के इंदौर में शाम को भाजपा के महासचिव और प्रदेश के कबीना मंत्री कैलाश विजयवर्गीय गांधी भवन स्थित कांग्रेस कार्यालय पहुँच गए। कांग्रेस ने भी उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। विजयवर्गीय ने कांग्रेस को ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान में शिरकत करने का आमंत्रण दिया, जिसे कांग्रेस ने भी सहर्ष स्वीकार किया।

भाजपा ने कांग्रेस को 5 हजार पौधे लगाने का दिया न्यौता , गांधी वन रखेंगे नाम

शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्डा और संगठन मंत्री महेंद्र सिंह रघुवंशी ने बताया कि कैलाश विजयवर्गीय ने रेवती रेंज पर 5 हजार पौधे लगाने की कांग्रेस को जगह दी है, जिसे गांधी वन नाम दिया जाएगा। चड्डा ने कहा यह नगर के विकास कार्यों में राजनैतिक सहयोग और सहभागिता की अनूठी शुरुआत है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष चड्डा ने विजयवर्गीय को आश्वस्त किया कि शहर कांग्रेस कमेटी इस अभियान में पूर्ण सहयोग करेगी। कांग्रेस के पार्षद और पदाधिकारी भी इस अभियान में अपना दायित्व निभाएंगे। चड्डा ने आगे कहा कि पेड़ लगाना जितना जरूरी है, उतना ही आवश्यक उनकी रक्षा करना भी है। पेड़ों की देखभाल पर भी ध्यान दिया जाना आवश्यक है। शहर के विकास कार्यों में शहर कांग्रेस कमेटी बिना दलगत भावना के शहर के विकास में अपनी सहभागिता दर्ज कराने तैयार है।

यहाँ कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मुझे गर्व है कि कांग्रेस ने जिस स्नेह से स्वागत किया है, उससे बहुत गदगद हूँ। हमने अपनी पहले वाली पीढ़ी से सीखा है कि राजनीति में विचारधारा भले ही अलग हो लेकिन अपने व्यक्तिगत संबंध सबसे अच्छे होना चाहिए।  मैंने हमेशा उसका पालन किया है। हम सब जनहित के लिए काम कर रहे हैं। शहर में 51 लाख पेड़ लग रहे हैं। कांग्रेस ऐसा नहीं समझे कि वह अलग थलग है इसलिए उन्हें भी सहभागिता करने का आग्रह किया है।

कैलाश विजयवर्गीय के साथ महापौर पुष्यमित्र भार्गव, नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे भी थे। उधर कांग्रेस कार्यालय पर भी बड़ी संख्या में पदाधिकारी, नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है इंदौर में 7 जुलाई से 14 जुलाई तक 51 लाख पौधे लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में 14 जुलाई को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आतिथ्य में रेवती रेंज पर 12 घंटे में 11 लाख पौधे एक दिन में लगाकर गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इंदौर का नाम दर्ज करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। विभिन्न सामाजिक संगठनों और जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से शहर के खाली स्थानों पर पौधारोपण किया जा रहा है। इसी तारतम्य में रिकॉर्ड आयोजन के दो दिन पहले भाजपा महासचिव ने कांग्रेस कार्यालय जाकर न्योता दिया है।

राहुल ने कहा- हार जीत तो होती रहती है, किसी नेता का अपमान न करें

राहुल गांधी ने आज सुबह ट्वीट किया, “जीवन में जीत और हार होती रहती है। मैं सभी से आग्रह करता हूँ कि वे श्रीमती स्मृति ईरानी या किसी अन्य नेता के प्रति अपमानजनक भाषा का प्रयोग और अभद्रता न करें । लोगों को अपमानित करना हिम्मत नहीं बल्कि कमजोरी की निशानी है। “

हार के बाद से सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर रही हैं स्मृति

उल्लेखनीय है अमेठी लोक सभा सीट हार चुकी स्मृति ईरानी अपनी हार के बाद से ही सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का शिकार हो रही हैं। स्मृति की हार के बाद सरकारी बंगला खाली करने के लिए भी सोशल मीडिया यूजर्स लगातार उन्हें निशाने पर ले रहे थे। जिसके बाद आज राहुल गांधी ने स्मृति का बचाव करते हुए उनका या अन्य किसी नेता का अपमान नहीं करने का आग्रह सभी से किया है, जिसकी सोशल मीडिया पर जबर्दस्त सराहना हो रही है। यूजर्स सराहना में भी राहुल और स्मृति की तुलना करते हुए राहुल को बड़े दिल वाला नेता बता रहे हैं। विदित है राहुल द्वारा अमेठी सीट हारने , संसद से निलंबन होने पर बंगला खाली कराने, 2024 में अमेठी से चुनाव नहीं लड़ने जैसे मुद्दों पर स्मृति ईरानी राहुल के खिलाफ लगातार मुखर रही हैं, इसीलिए अब बाजी पलटने पर सोशल मीडिया यूजर्स ‘वक्त का पहिया घूम गया’ जैसे टैग करते हुए स्मृति को निशाने पर ले रहे हैं।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।