इंदौर, 31 दिसंबर 2024,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126: देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इंदौर के महू में सोमवार को आयोजित एक कार्यक्रम में आउट ऑफ़ कॉन्टेक्स्ट जाकर अहंकार से बचने के यह सबक दिए। उन्होंने बिना नामा लिए निशाना साधते हुए कहा कि अपने एक्सीलेंस पर अहंकार ने करें ? देश की सेवा महज कर्तव्य है आपकी जिम्मेदारी है ? ईगो से बचे।

देश के रक्षा मंत्री और उपनेता सदन राजनाथ सिंह ने कहा, यदि आप देश की सेवा में है और आपके मन में यह भाव है कि मेरी जिंदगी देश के लिए समर्पित हैं। इस वजह से मैं सबसे अलग हूँ, तो यह भाव आपके मन के भीतर पैदा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा यह भाव आपके अंदर ईगो यानि अहंकार को जन्म देता हैं। अहंकार आपके महत्व को ख़त्म कर देता है। अहंकार आपका कद छोटा कर देता है। 


रक्षा मंत्री ने उक्त विचार संविधान निर्माता बाबा साहब भीम राव आंबेडकर की जन्मस्थली मध्यप्रदेश के इंदौर शहर के समीप सैन्य क्षेत्र महू में सोमवार को आयोजित सेना के एक कार्यक्रम में मंच से कही है। उन्होंने यहां सैन्य अफसरों को संबोधित करते हुए कहा कि यह बात कटु लग सकती हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में आगे कहा, यह बात मैं केवल आपको यानी सैन्य अफसरों से ही नहीं कह रहा हूँ। आपको लग सकता है कि यह बात मैं आज ‘आउट ऑफ़ कांटेक्स्ट’ जाकर क्यों कह रहा हूँ, दरअसल मेरा यह मानना है कि मैंने भी अपने राजनीतिक जीवन में बड़ी-बड़ी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया हैं, स्टेट में कैबिनेट मिनिस्टर, चीफ मिनिस्टर, होम मिनिस्टर, एग्रीकल्चर मिनिस्टर, डिफेन्स मिनिस्टर सब कुछ रह चूका हूँ। 


भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सिंह ने कहा मैंने देखा है कभी कभी व्यक्ति के अंदर किसी न किसी कारण ईगो पैदा होता हैं। उन्होंने कहा मैने देखा है किसी भी व्यक्ति के अंदर अपने कामों के कारण अपनी एक्सीलेंस के कारण अहंकार जन्म ले लेता है, ऐसे में उस व्यक्ति के वैल्यू कम हो जाती है और हाँ उसकी अपनी ही नजरों में ऐसे व्यक्ति की वैल्यू कम हो न हो दुनिया की नजरों में उसकी वैल्यू कम हो जाती है। 


73 वर्षीय श्री सिंह ने उदहारण देते हुए कहा, जैसे अहंकार शब्द के ऊपर लगी हुई बिंदी किसी भी नंबर के आगे आप लगा देंगे तो जैसे एक के पहले आप दशमलव लगा देंगे तो उसकी वैल्यू वन से घटकर एक बटा दस रह जाएगी। व्यक्ति के कद को यह छोटा कर देता है। और आप देखिये यदि व्यक्ति अहंकार शून्य हो जाए, इंडिविज्यूल हो जाए तो वन बाय जीरो कर दीजिये तो उसकी वैल्यू इन्फिनिटी, आप बहुत बड़े हो जाएंगे। 


लखनऊ से सांसद श्री सिंह ने कहा कि आवश्यक नहीं कि पद के अनुसार ही नहीं आम आदमी भी अहंकार शून्य हो जाए और यह सोच ले कि वह जो भी कर रहा है, यह करना हमारा देश के लिए दायित्व है हमारी जिम्मेदारी बनती है, इस वजह से कर रह हूँ तो वह भी देश के लिए  योगदान कर सकेगा।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है। 

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