इंदौर, 29 दिसंबर 2024,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126: डॉ. अंबेडकर नगर (महू) में आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना के तीन प्रमुख प्रशिक्षण संस्थानों – आर्मी वॉर कॉलेज (AWC), इन्फैंट्री स्कूल और मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलीकम्युनिकेशन एंड इंजीनियरिंग (MCTE) का दौरा किया। इस अवसर पर उनके साथ थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी और अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मौजूद थे।
राजनाथ सिंह को कार्यवाहक कमांडेंट द्वारा सेना के उन्नत ऊष्मायन और अनुसंधान केंद्र की स्थापना और नई तकनीकों को अपनाने के लिए किए गए समझौतों की जानकारी दी गई। उन्होंने आर्मी मार्कस्मैनशिप यूनिट का भी दौरा किया और राष्ट्रीय खेलों में इसके योगदान को देखा। रक्षा मंत्री ने इन्फैंट्री संग्रहालय का दौरा कर इन्फैंट्री के इतिहास और आधुनिक उपकरणों के इस्तेमाल पर जानकारी प्राप्त की।
आर्मी वॉर कॉलेज में, उन्होंने तीनों संस्थानों के सैनिकों और अधिकारियों से संवाद किया। अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने देश की सीमाओं की सुरक्षा में भारतीय सेना के योगदान और उनके साहस की सराहना की। उन्होंने कहा, “आपकी कड़ी मेहनत और समर्पण के कारण देश और इसकी सीमाएं सुरक्षित हैं। आपका कार्य सभी के लिए प्रेरणा है।”
रक्षा मंत्री ने सैनिकों से वर्तमान भू-राजनीतिक परिस्थितियों पर सतर्क नजर रखने और हर प्रकार की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि देश को सीमाओं के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, और ऐसे में सेना की सतर्कता बेहद महत्वपूर्ण है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 2047 तक भारत को एक विकसित और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने के लक्ष्य पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “आप हमारी सीमाओं के रक्षक हैं और राष्ट्र निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाते हैं। आपका समर्पण 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने में मदद करेगा।”
इससे पहले, सिंह ने महू स्थित भीम जन्मभूमि का दौरा कर डॉ. बीआर अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने डॉ. अंबेडकर को सामाजिक समानता और सशक्तिकरण के लिए निस्वार्थ सेवा का प्रतीक बताया। इस दौरे ने भारतीय सेना की भूमिका और योगदान को एक बार फिर से रेखांकित किया और उनकी मेहनत की सराहना की।