इंदौर, 10 सितंबर 2024 (न्यूजओ2 डॉट कॉम)। आज उत्तम आर्जव धर्म के पावन अवसर पर पूज्य विनम्र सागर जी महाराज ने आचार्य विद्यासागर जी महाराज को याद करते हुए कहा कि यदि हमने आचार्यश्री को गुरु माना है, तो उनसे किए वादों का पालन करना हमारा कर्तव्य है। विश्व में पहली बार आचार्यश्री की 51 इंच ऊँची रजत पद्मासन प्रतिमा रेवती रेंज, इंदौर में बनने वाले सर्वतोभद्र जिनालय के मुख्य द्वार के पास स्थापित की जाएगी।
समाज प्रचारक राजेश जैन दद्दू ने बताया गुरु विनम्र सागर जी महाराज ने सभी अनुयायियों से आह्वान किया कि वे आचार्य विद्यासागर जी महाराज की इस भव्य प्रतिमा निर्माण में कम से कम 1 किलो चांदी का योगदान देकर गुरुजी को विनयांजलि अर्पित करें। इस अपील के बाद समाज के श्रेष्ठियों और जनों ने अपनी और अपने परिवार की ओर से चांदी देने के लिए उत्साहपूर्वक भीड़ जुटाई। गुरुजी ने स्पष्ट किया कि यह चांदी केवल आचार्यश्री की प्रतिमा निर्माण में ही उपयोग की जाएगी और सभी दाताओं को आशीर्वाद प्रदान किया।
आचार्य विद्यासागर जी महाराज की यह प्रतिमा गुरु मंदिर के भीतर सभी भक्तों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनेगी और गुरु के प्रति समर्पण का प्रतीक होगी।