नई दिल्ली। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास ने जोरदार वापसी करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव के रूप में नई जिम्मेदारी संभाली है। उनकी नियुक्ति प्रधानमंत्री के कार्यकाल तक या अगले आदेश तक प्रभावी रहेगी।
शक्तिकांत दास 1980 बैच के तमिलनाडु कैडर के सेवानिवृत्त IAS अधिकारी हैं। उन्होंने दिसंबर 2018 में RBI के 25वें गवर्नर के रूप में कार्यभार संभाला था और दिसंबर 2024 में अपना दूसरा तीन वर्षीय कार्यकाल पूरा किया। अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने वित्त, कराधान, निवेश और बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
दास इससे पहले आर्थिक मामलों के सचिव और G20 में भारत के शेरपा के रूप में भी सेवाएँ दे चुके हैं। उन्हें प्रशासनिक दक्षता और नीति निर्माण में उनकी गहरी समझ के लिए जाना जाता है। उनकी नई भूमिका में, वे प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रशासनिक कार्यों और नीति निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
उनकी नियुक्ति के साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रशासनिक दक्षता और नीतिगत निर्णय लेने की प्रक्रिया में और मजबूती आने की उम्मीद है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि शक्तिकांत दास की यह नई भूमिका भारत की आर्थिक नीतियों और वैश्विक मंच पर देश की स्थिति को और अधिक सशक्त बनाएगी।
इस महत्वपूर्ण नियुक्ति को देश की आर्थिक और राजनीतिक दृष्टि से एक अहम कदम माना जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि दास की विशेषज्ञता से देश की वित्तीय स्थिरता को और मजबूती मिलेगी।
(रिपोर्ट: इंदौर वार्ता/newso2)