कल होगा सुप्रीम में फैसला केजरीवाल को जमानत दी जाये या नहीं
इंदौर/ नई दिल्ली
आम आदमी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए कल शुक्रवार का दिन बेहद अहम है । दरअसल सुप्रीम कोर्ट की युगल पीठ शुक्रवार को केजरीवाल को जमानत दी जाये या नहीं, इसका फैसला कर सकती है । उधर सुप्रीम कोर्ट का केजरीवाल के प्रति सकारात्मक रुख देखते हुए जांच एजेंसियों ने भी केजरीवाल के खिलाफ कमर कस ली है। संकेत मिले हैं कि जिस कथित शराब घोटाले के आरोपों के चलते केजरीवाल फिलवक्त जेल में है। इसी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कल ट्रायल कोर्ट में सप्लिमेंट्री चालान पेश कर सकती है। इतना ही नहीं किसी भी तरह से केजरीवाल को जेल में रखने की कवायद भी तेज हो गई है। मसलन केजरीवाल के खिलाफ सीबीआई, ईडी के बाद अब एनआईए की भी एंट्री हो सकती है।
मिली जानकारी के मुताबिक वर्ल्ड हिंदू फेडरेशन के राष्ट्रीय महासचिव आशू मोंगिया ने आम आदमी पार्टी द्वारा खालिस्तानी आतंकी समूह से पोलिटिकल फंडिंग के नाम पर पैसे लेने के आरोप लगाते हुए दिल्ली के एलजी (लेफ्टिनेंट गवर्नर) वी के सक्सेना को चिट्ठी लिखकर केजरीवाल के खिलाफ जांच की मांग की है । सूत्रों ने दावा किया कि एलजी ने एनआईए को चिट्ठी भेज दी है।
केजरीवाल की गिरफ्तारी के क्या हैं राजनीतिक मायने ?
आपको बता दें अन्ना आंदोलन से निकली आम आदमी पार्टी ने महज दस वर्षों में दो बार दिल्ली में तथा एक बार पंजाब में भारी बहुमत से सरकार बनाकर सबसे तेजी से ग्रोथ करने वाली राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी का तमगा हासिल कर लिया है। 2024 लोकसभा चुनाव में केजरीवाल कम से कम 40 लोक सभा सीट को प्रभावित करने का माद्दा रखते हैं। विपक्ष का आरोप है कि केजरीवाल को प्रचार प्रसार से रोकने के लिए यह साजिश रची गई है । अब जबकि केजरीवाल को शीर्ष अदालत से जमानत मिलने का रास्ता साफ होता दिख रहा है, ऐसे में केन्द्रीय जांच एजेंसियां उन पर शिकंजा कसती जा रही हैं । ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि कल सुप्रीम कोर्ट की युगल पीठ क्या कुछ फैसला सुनाती है ?