धार भोजशाला विवाद: ASI की टीम ने कोर्ट से मांगा एक माह का समय

इंदौर, 02 जुलाई 2024

मध्य प्रदेश की इंदौर हाई कोर्ट के आदेश पर धार स्थित विवादित स्थल भोजशाला का सर्वे कर रही आर्किओलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI ) की टीम ने अपनी रिपोर्ट सबमिट करने के लिए न्यायालय से चार सप्ताह का समय मांगा है। आपको बता दें कि आगामी 4 जुलाई को इंदौर हाई कोर्ट इस याचिका की सुनवाई कर सकती है। उधर एएसआई के सूत्रों ने दावा किया कि हमारे सर्वे का काम पूरा हो चुका है। हमें रिपोर्ट तैयार करने के लिए एक माह के समय की दरकार है।

क्या है मामला

हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस नामक संस्था ने एक जनहित याचिका दायर की है। मई 2022 में दायर इस याचिका में मांग की गयी है कि भोजशाला का पूर्ण आधिपत्य हिंदुओं को सौंपा जाये। याचिका कर्ता ने भोजशाला की फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी करवाने के साथ- साथ इस स्थल पर विधिक रूप से हिंदुओं का मालिकाना हक़ बताया है। जिसके बाद इंदौर हाई कोर्ट ने इस विवादित धार्मिक स्थल का सर्वे कर एएसआई को रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।

अभी हिन्दू-मुस्लिम दोनों करते हैं यहाँ इबादत और प्रार्थना

भोजशाला विवादित स्थल पर हिन्दू पक्ष यहाँ पुरातात्विक मंदिर होने का दावा करते हैं तो मुस्लिम पक्ष इस स्थल पर अपना दावा करते हैं ।  यहाँ मौजूदा व्यवस्था के तहत हिन्दू पक्ष को मंगलवार को पूजा-अर्चना करने की अनुमति है जबकि मुस्लिम पक्ष शुक्रवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक यहाँ नमाज अता कर सकते हैं।

By Jitendra Singh Yadav

जितेंद्र सिंह यादव वरिष्ठ पत्रकार, आरटीआई कार्यकर्ता और राजनीतिक विश्लेषक 15+ वर्षों का पत्रकारिता अनुभव, यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया (UNI) से जुड़े। स्वतंत्र विश्लेषक, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर गहरी पकड़। Save Journalism Foundation व इंदौर वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन के संस्थापक। Indore Varta यूट्यूब चैनल और NewsO2.com से जुड़े। 📌 निष्पक्ष पत्रकारिता व सामाजिक सरोकारों के लिए समर्पित।