एमवाय अस्पताल को आदर्श अस्पताल के रूप में किया जायेगा विकसित
उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल को जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने अपनी ओर से प्रस्तुत किया मास्टर प्लान
इंदौर 06 जुलाई 2024
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने इंदौर के एमवाय अस्पताल को आदर्श अस्पताल के रूप में विकसित करने का आग्रह किया। उन्होंने यह मांग मेडिकल कॉलेज में आयोजित एक बैठक में उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल के समक्ष रखी। सिलावट ने अपने मास्टर प्लान में सुझाव दिया कि अस्पताल को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से सुसज्जित किया जाए।
सिलावट ने बताया कि एमवाय अस्पताल प्रदेश का सबसे बड़ा शासकीय अस्पताल है, जो लगभग 70 से 80 वर्ष पुराना है। यहां पर मालवा-निमाड़ और मध्यप्रदेश के सीमावर्ती प्रांतों से हजारों मरीज उपचार हेतु आते हैं। इनमें अधिकांश मरीज गरीब एवं मजदूर वर्ग के होते हैं। अस्पताल में प्रतिदिन लगभग 5000 मरीज ओ.पी.डी., 1000 से अधिक मरीज आई.पी.डी. और 500 से अधिक मरीज इमरजेंसी में उपचार के लिए आते हैं। प्रतिदिन 200 से अधिक ऑपरेशन भी किए जाते हैं।
मंत्री ने आग्रह किया कि अस्पताल को उन्नत बनाने के लिए अत्याधुनिक मशीनरी एवं चिकित्सकीय संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि यहां एक हजार बिस्तरों वाला नया अस्पताल बनाया जाए, जिसमें 400 बेड का अत्याधुनिक ट्रॉमा सेंटर और 50 बेड का नया डायलिसिस यूनिट हो।
उन्होंने बताया कि एमवाय अस्पताल में प्रतिदिन लगभग 500 से 700 ट्रॉमा एवं एम.एल.सी. के मरीज आते हैं। वर्तमान में 40 बेड का Accident And Casualty Centre संचालित है, जो पर्याप्त नहीं है। साथ ही 50 बिस्तर का अत्याधुनिक डायलिसिस यूनिट स्थापित करने की आवश्यकता है। G+6 भवन में 400 बेड का अत्याधुनिक ट्रॉमा सेंटर स्थापित करना आवश्यक है, जिसमें 50 बेड का आई.सी.यू. और 6 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर हो।
सिलावट ने सुझाव दिया कि MRTB अस्पताल को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाए, जिसमें 250 से 300 बेड की क्षमता, अत्याधुनिक मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर और नए उपकरण स्थापित हों। चाचा नेहरू अस्पताल की बेड क्षमता को 300 बेड का किया जाए और बच्चों के उपचार हेतु इसका विस्तार किया जाए। उन्होंने अस्पताल के आंतरिक रख-रखाव के लिए Hospital Infrastructure Management Service का गठन करने का भी सुझाव दिया, जो अस्पताल एवं उसके मेडिकल इक्विपमेंट का रख-रखाव कर सके। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में रोबोटिक सर्जरी की स्थापना की जाए।
अस्पताल परिसर के सौंदर्याकरण, सड़कों का चौड़ीकरण, वृक्षारोपण, मल्टी लेवल पार्किंग एवं ट्रैफिक व्यवस्था आदि कार्य करने की भी मांग की गई। सभी प्रकार के अतिक्रमण एवं जीर्ण-शीर्ण हो चुकी पुरानी इमारतों को हटाने और डॉक्टर, नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टाफ के रहने के लिए नए क्वार्टर्स का निर्माण करने का भी सुझाव दिया गया। सिलावट ने एमवाय अस्पताल को आदर्श अस्पताल बनाने के लिए सभी सुविधाओं, विकास एवं उन्नयन कार्यों की स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया।