ऑपरेशन सिंदूर के बाद बहिष्कार का आव्हान
नई दिल्ली। देश की प्रमुख परिवहन संस्था AIMTC (ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरीश सबरवाल और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों ने एकजुट होकर देश के समस्त ट्रांसपोर्टरों, वाहन चालकों एवं व्यापारियों से तुर्की और अज़रबैजान का पूर्ण बहिष्कार करने की अपील की है।
यह अपील हाल ही में भारतीय सेना द्वारा किए गए “ऑपरेशन सिंदूर” की पृष्ठभूमि में की गई है, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों को करारा जवाब दिया गया। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान की आतंकवाद पोषित नीतियों के समर्थन में तुर्की और अज़रबैजान ने भारत विरोधी रुख अपनाया है।
AIMTC नेतृत्व का कहना है कि देश के खिलाफ खड़े होने वाले देशों को केवल सीमाओं पर ही नहीं, बल्कि कूटनीतिक और आर्थिक मोर्चे पर भी करारा जवाब देना जरूरी है। इसके लिए व्यापारी भाइयों से अनुरोध किया गया है कि वे तुर्की और अज़रबैजान से किसी भी प्रकार का आयात-निर्यात न करें। ट्रांसपोर्टर और वाहन चालकों से विशेष अपील की गई है कि वे इन देशों से आने-जाने वाले माल की बुकिंग न करें और ऐसे माल को अपने वाहनों में लदान करने से साफ इनकार करें।
AIMTC के अन्य प्रमुख नेताओं— विजय कालरा, अमरजीत सिंह बग्गा, सतिंदर सिंह अरोरा, पवन शर्मा, दीपक खंडेलवाल, मोहित डाभी, राकेश तिवारी, चतर सिंह भाटी, कपील तिवारी, हरीश डाबर, परमविर सिंह, अनील खंडेलवाल, अजीत हुरिया, हेमंत लड्ढा, परमजीत सिंह रीन और राजेश सिंह—ने भी इस अपील का समर्थन करते हुए इसे राष्ट्रभक्ति का प्रतीक बताया।