इंदौर, 31 दिसंबर 2024,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126: यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को पीथमपुर के पास स्थित रामकी फैक्ट्री में नष्ट करने की योजना का विरोध तेज हो गया है। इस विरोध को अब इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव का समर्थन मिल गया है। महापौर भार्गव ने इस मुद्दे पर गंभीरता से पुनर्विचार करने की आवश्यकता जताई है।
महापौर ने कहा कि शासन स्तर के अधिकारियों से चर्चा कर इस प्रक्रिया पर रोक लगाने के प्रयास किए जा सकते हैं। इसके साथ ही, उन्होंने न्यायालय से इस विषय पर पुनर्विचार की अपील करने की संभावनाओं को भी टटोला है। भार्गव ने सुझाव दिया कि पीथमपुर की जनता की चिंताओं और विचारों को ध्यान में रखना बेहद आवश्यक है।
भोपाल गैस त्रासदी के बाद कचरे के निपटान का प्रयास
गौरतलब है कि भोपाल गैस त्रासदी के 40 साल बाद यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से 377 मीट्रिक टन खतरनाक कचरे को हटाने की प्रक्रिया शुरू हुई है। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के आदेश पर बंद फैक्ट्री से इस कचरे को ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से भोपाल से 250 किमी दूर इंदौर के पास पीथमपुर ले जाया जाएगा।
जनता में भारी विरोध
इस निर्णय के बाद से पीथमपुर के लोगों में आक्रोश है। रामकी फैक्ट्री में जहरीले कचरे के निपटान को लेकर पर्यावरण और स्वास्थ्य संबंधी गंभीर चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं। महापौर भार्गव ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए जनता के हित में कदम उठाने की बात कही है।