इंदौर, 04 जनवरी 2025,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126: भोपाल गैस त्रासदी के 40 साल बाद फिर से यूनियन कार्बाइड का मुद्दा गरमा गया है लेकिन इस बार केंद्र भोपाल से हटकर 200-250 किलोमीटर दूर इंदौर-पीथमपुर हो गया है। भोपाल से कचरा ट्रकों के माध्यम से पीथमपुर पहुँच चुका है। उधर इंदौर से 27 किमी दूर पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड का कचरा जलाने के मामले में जन आक्रोश तेज है। एक दिन पहले धार के प्रभारी और कबीना मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सभी वर्गों और जनप्रतिनिधियों की बैठक कर विचार विमर्श किया। फिर कल रात मुख्यमंत्री मोहन यादव को एक वीडियो जारी करना पड़ा और आज भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा को इंदौर आकर सरकार का पक्ष रखना पड़ा। तीनों ही भाजपा नेताओं की बैठकों में एक बात स्पष्ट है कि जनता को विश्वास में लेकर ही सरकार आगे बढ़ेगी। लेकिन जिस तरह इंदौर के विधायक और कबीना मंत्री कैलाश विजयवर्गीय नागरिकों के मूल सवालों का जवाब नहीं दे सके, उसी तरह आज खजुराहो से सांसद और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा भी मूल सवालों का स्पष्ट जवाब नहीं दे सके।
यही कि पीथमपुर में ही कचरा क्यों जलाया जाना है। और क्या कोर्ट को यह बताया गया कि पीथमपुर सघन आबादी वाला क्षेत्र है, वहाँ कचरा जलाना कितना सुरक्षित होगा ? राज्य शासन का दावा है कि यह कचरा जहरीला नहीं है और इसमें 60 प्रतिशत मिट्टी है। फिर सवाल है कि जब कचरा हानि रहित है तो इसे करोड़ों रुपया खर्च कर रामकी प्लांट में जलाया क्यों जा रहा है? आखिर क्या कारण है कि वेस्ट माटेरियल को नष्ट करने करोड़ों रु खर्चा किया जा रहा है? साथ ही शासन द्वारा बार बार कोर्ट का आदेश का हवाला कचरा जलाने के कार्य को अंजाम देना बताया जा रहा है लेकिन न्यूजओ2 का मानना है शासन ने कोर्ट में यह कभी नहीं बताया होगा कि पीथमपुर सघन आबादी वाला क्षेत्र है।