हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा और तोपों की सलामी
इंदौर, 27 अप्रैल।
रविवार का दिन इंदौर के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो गया जब महावीर बाग से सुमतिधाम तक निकले भव्य मंगल प्रवेश जुलूस ने शहर को धर्ममय कर दिया। आचार्यश्री विशुद्ध सागर महाराज के पट्टाचार्य महोत्सव के तहत आयोजित इस जुलूस में दिगंबर जैन समाज सहित अन्य सामाजिक व धार्मिक संगठनों ने भाग लिया। जुलूस के दौरान हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई और तोपों से संतों की अगवानी हुई।
समग्र दिगंबर जैन समाज और गुरुभक्त परिवारों ने 12 आचार्यों, 8 उपाध्यायों, 140 मुनियों, 9 गणिनी आर्यिकाओं, 123 आर्यिकाओं और 105 ऐलक-क्षुल्लक-क्षुल्लिकाओं का भव्य स्वागत किया। महावीर बाग से प्रारंभ होकर यह शोभायात्रा एरोड्रम रोड, कालानी नगर, एयरपोर्ट और गांधी नगर से होती हुई सुमतिधाम पहुंची। मार्ग में 50 से अधिक स्वागत मंचों से संतों का अभिनंदन किया गया।
जुलूस में 12 घोड़े, 4 ऊंट, 2 हाथी, 16 बग्घी, 5 विंटेज कारें, बैंड-बाजे, नासिक के ढोल, कलश धारी महिलाएं और अष्टमंगल की प्रस्तुति विशेष आकर्षण का केंद्र रही। रास्ते भर रंगोली से सजी धरा, जयकारों की गूंज और श्रद्धा का उत्साह देखते ही बनता था।
देशना मंडप का लोकार्पण एवं प्रवचन
सुमतिधाम पहुंचने के बाद आचार्यश्री के सान्निध्य में देशना मंडप का लोकार्पण हुआ। आचार्यश्री विशुद्ध सागर महाराज ने देशना मंडप में प्रवचनों की अमृत वर्षा की। उन्होंने कहा, “गुरू आशीर्वाद से बड़ा कोई पद नहीं होता।” उन्होंने णमोकार मंत्र की महिमा का वर्णन करते हुए बताया कि यह मंत्र अनेकता में एकता का संदेश देता है और आतंकवाद जैसी समस्याओं से मुक्ति का उपाय भी इसी में निहित है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लिया आशीर्वाद
महोत्सव में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी पहुंचे और आचार्यश्री व अन्य संतों से आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि दिगंबर परंपरा अद्भुत है, मेडिकल साइंस भी इसके तप और त्याग पर चकित है। उन्होंने धार्मिक स्थलों पर शराबबंदी लागू करने की घोषणा भी इस अवसर पर की।
किन्नर समाज का भावुक स्वागत
दो दर्जन से अधिक किन्नरों ने भी पीले वस्त्र पहनकर संतों से आशीर्वाद लिया। किन्नर समाज ने कहा कि वे आज नेग लेने नहीं, बल्कि आत्मकल्याण और मोक्षमार्ग के आशीर्वाद के लिए आए हैं। जैन धर्म के तप और त्याग से वे भी प्रभावित हैं।
संतों का महासमागम
देशना मंडप में आचार्य विशुद्ध सागर महाराज के साथ आचार्य पुष्पदंत सागर, आचार्य प्रज्ञा सागर, आचार्य सुंदर सागर, आचार्य विभव सागर सहित अनेक आचार्य, उपाध्याय और मुनिगण विराजमान हुए। महोत्सव के दौरान देशभर और विदेशों से गुरुभक्तों का आगमन हो रहा है।
कैलाश विजयवर्गीय का उद्बोधन
कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस आयोजन को इंदौर के लिए अभूतपूर्व बताते हुए कहा, “आज जैसा दृश्य इंदौर ने पहले कभी नहीं देखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भी इस समारोह पर विशेष ध्यान दे रहे हैं।”
महोत्सव कार्यक्रम
2 मई तक चलने वाले इस महोत्सव में प्रतिदिन प्रवचन, धार्मिक विधान, सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रोजेक्शन मैपिंग, लेजर शो, और भगवान आदिनाथ के जीवन पर आधारित नृत्य-नाटिका का आयोजन किया जा रहा है।