प्रधानमंत्री मन की बात बोलते हैं, देश की बात नहीं बोलते-
क़तर से हमारे 8 पूर्व सैनिकों को सकुशल वापस लाये भारत सरकार- जैन
धर्म की राजनीति अब नहीं चलेगी
जैन समुदाय के हितों पर दोहरा रवैया है भाजपा का
इंदौर
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विधान सभा 2023 में कांग्रेस के प्रचार- प्रसार के उद्देश्य से इंदौर पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रदीप जैन ‘आदित्य’ ने भाजपा के केंद्र, राज्य शासन और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर तीखा प्रहार किया। उन्होने क़तर सरकार द्वारा भारत के 8 पूर्व सैनिकों को कथित जासूसी के अपराध में फांसी की सजा दिये जाने के प्रश्न पर कहा कि हमारे प्रधानमंत्री मन की बात बोलते हैं, देश की बात नहीं बोलते। उन्होने कहा कि कांग्रेस सदैव भारतीय नागरिकों का वैश्विक मंच पर संरक्षण व बचाव करती रही है। कांग्रेस की आज भी मंशा है कि सभी 8 पूर्व सैनिक कर्मियों को सकुशल वापस लाये जाने के लिए समुचित प्रयास किए जाएँ। उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि अब तक इस मामले में भाजपा का रवैया ढुलमुल रहा है।
धर्म की राजनीति अब नहीं चलेगी
पूर्व केंद्रीय मंत्री जैन ने कहा कि भाजपा ने कर्नाटक के पिछले विधानसभा चुनावों में धर्म की असफल राजनीति की और अब इन पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भी भाजपा की धर्म की राजनीति नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि मप्र समेत पांच राज्यों में जनता के आशीर्वाद से कांग्रेस की सरकार बनने वाली है। 2024 के लोकसभा चुनावों में भी भाजपा की दुर्दशा होने वाली है। राम मंदिर मुद्दे को भाजपा द्वारा मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों में भुनाने की कोशिश पर जैन ने कहा कि देखिए, ये वे पापी हैं जिन्हें अपने मुंह से भगवान श्री राम का नाम नहीं लेना चाहिए। आप इनका इतिहास देखिए, ये लोग गोडसे की मूर्ति लगवाने लोगों को महिमामंडित करते हैं। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने भगवान राम का नाम दुनिया भर में पहुंचाया और मरते वक्त भी उनके मुंह से ‘‘हे राम’’ शब्द निकले। जैन ने भाजपा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा, धर्म इनका ‘बिजनेस’ (कारोबार) है। इनके लिए कोई आराध्य नहीं है। इनके लिए सबसे बड़ा रुपया है, इन्हें भगवान राम से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि भगवान राम की भक्ति पर किसी का एकाधिकार नहीं है और कांग्रेस नेता भी भगवान राम की पूजा करते हैं।
जैन समुदाय के हितों पर दोहरा रवैया है भाजपा का
उधर जैन तीर्थों गिरनार जी, शिखर जी और अन्य क्षेत्रों पर हो रहे अतिक्रमण और भाजपा के पूर्व सांसद महेश गिरि के जैन साधुओं को लेकर दिये बयान की भी जैन ने निंदा की और कहा कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और मुख्यमंत्री बताएं कि महेश गिरि के बयान से वे सहमत हैं या नहीं। यदि सहमत नहीं हैं तो उनके पार्टी से बाहर निकालें और उनके खिलाफ कार्यवाही करें। जैन ने कहा कि यदि ऐसा नहीं करते हैं तो समझा जाएगा कि भाजपा सरकार अल्पसंख्यक विरोधी है। प्रदीप जैन ने आरोप लगाए कि इस भाजपा सरकार में जैन समाज का भी वही हश्र होगा जो अल्पसंख्यक मुस्लिमों, इसाइयों का इस सरकार ने किया है। जैन समाज को राष्ट्रीय स्तर पर अल्प संख्यक घोषित करने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रदीप जैन ने कांग्रेस के नेतृत्व को धन्यवाद भी दिया। जैन ने गुजरात के गिरनार जैन तीर्थ क्षेत्र का एक प्रसंग सुनाते हुए ये भी दावा किया कि 2012 में जब गिरनार में जैन संत प्रबल सागर महाराज पर चाकुओं से हमला हुआ था, तब गुजरात सरकार के मंत्री अमित शाह ने गिरनार और जैन मुद्दों पर बातचीत करने से तत्कालीन केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य को मना कर दिया था और उसके बाद जैन साधुओं के खिलाफ जहर उगलने वाले नेता को दिल्ली से सांसद बना दिया।
बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाने का विरोध नहीं
बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाने की लंबे अरसे से चली आ रही मांग के प्रश्न पर जैन ने कहा कि कांग्रेस छोटे राज्यों का विरोध नहीं करती है लेकिन सरकार एक व्यक्ति से नहीं लोकतन्त्र से चलती है। बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाने की मांग पर केंद्रीय नेतृत्व ही निर्णय लेगा।