पूर्वाग्रह और हठाग्रह से जीवन नर्क बन जाता है- मुनि कमलेशपूर्वाग्रह और हठाग्रह से जीवन नर्क बन जाता है- मुनि कमलेश

पूर्वाग्रह और हठाग्रह से जीवन नर्क बन जाता है- मुनि कमलेश    

इंदौर, 10 अक्टूबर 2023

  परस्पर विवादों को पूर्वाग्रह और हठाग्रह को त्याग कर संवादों के माध्यम से ही सुलझाये जा सकते हैं। यह विचार राष्ट्र संत कमल मुनि कमलेश ने रखे। उन्होने कहा कि टकराव से तनाव पैदा होता है वही अशांति और हिंसा का मूल कारण है। उन्होंने कहा कि स्वार्थ और अहंकार के त्याग के बिना कोई भी समस्या का समाधान निकालना असंभव है। संबंधों में कड़वाहट और खटास आ जाए इससे जीवन जीना दुष्कर हो जाता है।

     मुनि कमलेश ने कहा कि हिंसा के मार्ग पर चलकर कोई भी देश तरक्की के मार्ग पर नहीं जा सकता, कोई भी धर्म हिंसा की इजाजत नहीं देता। जैन संत ने बताया कि वर्तमान समय में युद्ध के भय से लोग दहशत के कारण शारीरिक और मानसिक व असाध्य रोगों के शिकार होते हैं। परिवार उजड़ जाते हैं। मासूम बच्चे और माता बहनें भी इसका शिकार हो जाते हैं।  श्रावक संघ ट्रस्ट महावीर भवन की ओर से एवं अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच नई दिल्ली की ओर से तपस्वी अमिषा पटवा की मासखमंण तपस्या की अनुमोदना हेतु चोवीसी कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें श्राविका संघ, आदर्श ज्योति बहु मंडल ने तपस्वी का सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन प्रकाश भटेवरा ने किया।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।