सैकड़ों आवेदक पहुंचे जनसुनवाई में, दो दर्जन से अधिक अधिकारियों ने सुनी समस्याएँसैकड़ों आवेदक पहुंचे जनसुनवाई में, दो दर्जन से अधिक अधिकारियों ने सुनी समस्याएँ

सैकड़ों आवेदक पहुंचे जनसुनवाई में, दो दर्जन से अधिक अधिकारियों ने सुनी समस्याएँ

इंदौर

मध्य प्रदेश के इंदौर में कलेक्टोरेट संकुल में हर मंगलवार को आयोजित होने वाली जनसुनवाई में इस  बार भी सैकड़ों आवेदक अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे जिनमें सीनियर सिटीजन्स और छात्रों की संख्या अधिक थी। दो दर्जन से अधिक विभागों के अधिकारियों ने शिकायतों को सुना और कुछ का हाथों हाथ निराकरण भी किया। अधिकतर समस्याएँ पेंशन बंद होने, चिकित्सीय मदद की दरकार, आर्थिक सहायता या मकान पर किसी और के कब्जे जैसी थीं। दिव्यांगों की सुनवाई कलेक्टर आशीष सिंह ने पृथक से ग्राउंड फ्लोर पर जाकर की।  

रेडिएंट कॉलेज की छात्रा मोनिका पाटीदार ने बताया कि वे बीबीए सेकंड ईयर की स्टूडेंट हैं चूंकि कॉलेज बाइपास पर शिफ्ट हो गया है, लिहाजा वे अपनी टीसी चाहती हैं, जो कॉलेज उन्हें नहीं दे रहा है।

58 वर्षीय उदय भान सिंह ने शिकायत की कि वे क्वालिटी सिक्योरिटी में नौकरी करते थे, बीमार होने पर पता चला कंपनी ने ईएसआई (बीमा) और पीएफ का पैसा जमा नहीं किया। सहायक श्रम आयुक्त ने उन्हें और उनके नियोक्ता संस्था को कल अपने विभाग में बुलाया है।

इसी तरह सफाई मित्र दरा बाई सुरड्कर ने बताया कि उनके आधार कार्ड में फ़ीमेल के वजाय मेल लिखा है जो संसोधित नहीं हो रहा है।

कलेक्टर और अधिकारियों ने कुछ मामले तत्काल समाधान किए और शेष को समाधान करने का आश्वासन दिया।

इन्हें मिली मदद

कलेक्टर आशीष सिंह ने दिव्यांग महिला संगीता को सिलाई मशीन, राजेश कुमार, लक्ष्मी अग्रवाल,मोहम्मद ईसाक,निदा फातिमा,कदीर अब्बासी,वर्षा परिहार आदि को रेडक्रास से तात्कालिक आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई।

कोविड में बंद हुई दिव्यांगों के लिए सिंगल विंडो फिर शुरू

कलेक्टोरेट संकुल में दिवयांगों के लिए कोरोना के पहले सिंगल विंडो शुरू हुई थी जो कोविड के बाद से बंद थी। दिव्यांगों को सौगात देते हुए कलेक्टर आशीष सिंह ने इस विंडो को फिर से शुरू कर दिया है ताकि दिव्यांगों की सभी शासकीय समस्याओं का समाधान एक ही खिड़की पर हो सके। इस एकल खिड़की के माध्यम से कलेक्टर कार्यालय और नगर निगम के कर्मचारी बैठकर दिव्यांगों की समस्याओं का निदान करेंगे। इस एकल खिड़की के माध्यम से दिव्यांगजनों के पेंशन संबंधी,आधार कार्ड,नि:शक्तता प्रमाण-पत्र,यूआईडी,समग्र आईडी आदि के कार्य किये जायेंगे। इसके साथ दिव्यांग कृत्रिम अंगों के लिए भी यहां पर आवेदन कर सकेंगे। यहाँ एकल खिड़की-पोर्टल भी लांच होगा। दिव्यांगों के बेरोजगारी की समस्याओं के समाधान के लिए आगामी 20 फरवरी को रोजगार मेला भी लगाया जाएगा।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।