अडाणी के विरोध में मुखर होने पर महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता पर लटकी तलवारMahua Moitra

‘केस फॉर क्वेरी’ मामले में एथिकल कमिटी में हुई वोटिंग, छह वोट पक्ष में चार वोट विपक्ष में   

नयी दिल्ली 

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अडाणी पर लगे कथित करप्ट बिजनेस प्रैक्टिस के आरोपों पर केंद्र की मोदी सरकार के नरम रुख पर सतत मुखर तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा mahua moitra की मुश्किलें बढ़ गई हैं। महुआ पर कथित तौर पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने ( Cash for query) का आरोप लगे हैं । इस मामले में 9 नवंबर को यूपी भाजपा के अध्यक्ष और सांसद विनोद सोनकर की अध्यक्षता में बनी एथिक्स कमेटी की बैठक हुई। भास्कर डॉट कॉम की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार बैठक में कमेटी के 10 में से 6 मेंबर्स ने महुआ के खिलाफ वोट किया। जिसमें उन्हें लोकसभा से निष्कासित किये जाने का समर्थन किया। जबकि 4 सदस्यों ने  इसके विरोध यानी विपक्ष में वोट दिया। 

लोकसभा अध्यक्ष लेंगे निष्कासन पर निर्णय  

संसदीय सूत्रों ने दावा किया कि एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट आगामी शुक्रवार 10 नवंबर तक लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को सौंपी जा सकती है। लोकसभा अध्यक्ष बिड़ला ही इस रिपोर्ट पर अंतिम फैसला लेंगे।