इंदौर के प्रेस कॉम्प्लेक्स में एक युवक की लाश मिली, बॉडी हुई डिकम्पोज़
इंदौर
मध्य प्रदेश के इंदौर के एबी रोड स्थित प्रेस कॉम्प्लेक्स में एक दैनिक अखबार के परिसर के हौज में गुरुवार दोपहर मिली लाश की शिनाख्त हो गई है। शव एक 19 वर्षीय युवक शाहरुख पेशे से पेंटर निवासी मालवीय नगर का बताया जा रहा है। हौज का ढक्कन ढका था। पुलिस ने आस पास खुदाई करवाई शव को बाहर निकाला जा सके, फिर हौज में पानी भरवाकर शव ऊपर आने पर निकाला जा सका।
एमआईजी थाने के उपनिरीक्षक और जांच अधिकारी नवीन पाठक ने बताया कि घटना स्थल पर मौजूद एक परिवार ने शव को उनका बेटा बताया है। चेहरा बुरी तरह खराब होने से शव की पहचान उसकी अंगूठी और कपड़ों से की गई है। पाठक ने बताया कि प्रथम दृष्ट्या मामला हत्या या आत्महत्या का कुछ भी नहीं कह सकते हैं क्योंकि बॉडी डिकम्पोज़ हो गई है और शरीर पर असामान्य कुछ नहीं मिला है। शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
मौके पर मौजूद एफएसएल अधिकारी सुचिता पांडे ने बताया कि शव डिकम्पोज़ हो चुका है। 6 से 8 या 9 दिन पुराना लग रहा है। अनुसंधान कर रहे हैं। उसके बाद ही कुछ कह सकेंगे।
31 दिसंबर से लापता था शाहरुख
घटनास्थल पर शाहरुख की रिश्तेदार ने बताया कि शाहरुख उनका भतीजा है जो 31 दिसंबर की रात से लापता था। जिसकी रिपोर्ट 2 जनवरी को विजय नगर थाने में लिखवाई थी। शाहरुख अक्सर प्रेस कॉम्प्लेक्स आता था। हमने यहाँ कई लोगों से सीसीटीवी कैमरा चेक करने का कहा लेकिन न ही पुलिस ने और न ही किसी अन्य ने मदद की।
रंजिश की बात आ रही सामने
मृतक के पड़ोसियों ने बताया कि शाहरुख शराब पीने का आदि था और उसका एक महीने पहले कुछ लड़कों से झगड़ा हुआ था। लड़कों के शाहरुख को इतनी बेरहमी से मारा था कि वह एक कार पर गिर पड़ा था जिससे कार का काँच टूट गया था।
बड़ा सवाल- आखिर 10 दिन तक पुलिस क्यों नहीं ढूंढ सकी एक लापता युवक को
इस हादसे में पुलिस की लापरवाही प्रतीत हो रही है। यदि शाहरुख के लापता होने की रिपोर्ट 2 जनवरी को लिखवाई गई थी तो 10 दिन बाद भी आखिर पुलिस उसे क्यों नहीं खोज सकी ?
सबसे पहले गार्ड ने देखा लाश को
परिसर में काम करने वाली कर्मचारी गीता और शिव कुमारी ने बताया कि गुरुवार दोपहर जब वे हौज के पास पानी का वाल्व खोलने आई तो बदबू आई। यह बदबू 3-4 दिन से आ रही थी। हौज का ढक्कन खोला तब लाश दिखी तो पुलिस को बुलाया। गीता के मुताबिक इस परिसर में डेढ़ महीने से निर्माण का काम चल रहा है। रोज मजूदर आते हैं लेकिन आज अमावस्या होने के चलते नहीं आए। इसलिए हमेंhttps://newso2.com/?p=1141 पहली बार वाल्व खोलने की जरूरत पड़ी।