आईआईएम इंदौर के फैकल्टी अब हिंदी में पढ़ाएंगे मैनेजमेंट और लीडरशिपआईआईएम इंदौर के फैकल्टी अब हिंदी में पढ़ाएंगे मैनेजमेंट और लीडरशिप

क्यूएस ग्लोबल एमबीए रैंकिंग 2024 में आईआईएम इंदौर सभी आईआईएम की सूची में 5वें स्थान पर

इंदौर, 27 अक्टूबर 2023

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हाल ही में क्यूएस रैंकिंग 2024जारी हुई है। भारत के शीर्ष दस बिजनेस स्कूलों में अपना स्थान बनाए रखते हुए आईआईएम इंदौर ने कई पैरामीटर में वृद्धि की है। आईआईएम इंदौर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार आईआईएम इंदौर ग्लोबल एमबीए रैंकिंग में एशिया में 27वें स्थान पर है, और सभी आईआईएम की सूची में 5वीं रैंक प्राप्त की है। यह हमारी मजबूत अंतरराष्ट्रीय उपस्थितिको भी दर्शाता है। संस्थान151+ बैंड में अपनी मौजूदगीके साथ एमआईएम (मास्टर्स इन मैनेजमेंट) रैंकिंग में सभी आईआईएम की सूची में छठे स्थान पर है। यह हमारी शैक्षणिक उत्कृष्टता और भविष्य के प्रबंधकों को विकसित करने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता व्यक्त करता है।

आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो.हिमाँशु राय ने कहा कि क्यूएस ग्लोबल एमबीए रैंकिंग में, थॉट लीडरशिप स्कोर में 2023 में 48.4 से उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है जो 2024 में बढ़कर50.6 हो गई है। यह हमारे फैकल्टी की विशेषज्ञता और उनके द्वारा किए गए विचारोत्तेजक रिसर्च की निरंतर वृद्धि और मान्यता का प्रतीक है। पिछले दो शैक्षणिक वर्षों में, फैकल्टीने239रिसर्च पेपर लिखकर अनुसंधान में महत्वपूर्ण प्रगति की है। विशेष रूप से, इन योगदानों में एफटी 50 श्रेणी में एक प्रकाशन, A* श्रेणी में 27 प्रकाशन और A श्रेणी में 121 रिसर्च पेपर के प्रकाशन शामिल हैं । पिछले शैक्षणिक वर्ष में, हमारे एम्प्लोयेबीलिटी  स्कोर ने भी 36.5 (2023) से 38.8 (2024) तक वृद्धि की है, जो प्रमुख रेक्रूटरों द्वारा हमारे विद्यार्थियों पर विश्वास को दर्शाता है। शैक्षणिक वर्ष 2022-23 में, हमारे 12 छात्रों को 1.14 करोड़रुपये का प्लेसमेंट पैकेज मिला। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में 132.6% की वृद्धि दर्शाता है।

QS MiM रैंकिंग में, वैल्यू फॉर मनी पैरामीटर में हमारा स्कोर 2023 में 31.5 से बढ़कर 2024 में 33.2 हो गया है । इसके अलावा, हमारे एलुमनाई आउट कम का स्कोर 2023 में 20 से बढ़कर 2024 में 23.5 हो गया है, जो हमारे पूर्व छात्रों की उनके करियर में सफलता दर्शाता है । साथ ही हमारा थॉट लीडरशिप स्कोर पिछले वर्ष के 46.6 से बढ़कर 2024 में 53 हो गया है, और एम्प्लोयेबीलिटी स्कोर में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जो 36.8 से बढ़कर 43.9 हो गया है । ये सुधार अकादमिक उत्कृष्टता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और हमारे छात्रों और पेशेवर दुनिया दोनों को प्रदान किए जाने वाले उन्नत मूल्य को दर्शाते हैं।

By Jitendra Singh Yadav

जितेंद्र सिंह यादव वरिष्ठ पत्रकार | आरटीआई कार्यकर्ता | राजनीतिक विश्लेषक 15+ वर्षों का पत्रकारिता अनुभव, UNI से जुड़े। Save Journalism Foundation व इंदौर वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन के संस्थापक। Indore Varta और NewsO2.com से जुड़े। निष्पक्ष पत्रकारिता व सामाजिक सरोकारों के लिए समर्पित।