प्रधानमंत्री मोदी का चुनावी रोड शो सम्पन्न, भाजपा के पक्ष में मतदान तक की अपील नहीं की मोदी नेप्रधानमंत्री मोदी का चुनावी रोड शो सम्पन्न, भाजपा के पक्ष में मतदान तक की अपील नहीं की मोदी ने

प्रधानमंत्री मोदी का चुनावी रोड शो सम्पन्न, भाजपा के पक्ष में मतदान तक की अपील नहीं की मोदी ने

इंदौर भाजपा प्रत्याशी असमंजस में, अहिल्या माता को नमन कर लौट गए मोदी

इंदौर

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दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में से एक भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले दो माह से पाँच राज्यों में होने वाले विधान सभा चुनाव में अपने राजनीतिक दल भाजपा की जमीन तैयार करने में जुटे हुए हैं। इसी क्रम में इंदौर में आज मोदी ने अधिकतम डेढ़ किलोमीटर लंबा रोड शो कर इंदौर शहर की नब्ज एमजी रोड को लगभग चार घंटों के लिए थाम दिया। बीते 15 दिनों से मोदी की चाक-चौबंद सुरक्षा और उनके सड़कों पर उतरकर चुनाव प्रचार के मद्देनजर स्थानीय पुलिस, इंटेलिजेंस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां इंदौर में डेरा डाले हुए थी। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी के संभावित आम विरोध और सामान्य  राजनीतिक विरोध के भय से शासन- प्रशासन की साँसे फूली हुई थीं। यही वजह है कि समूचे शासकीय तंत्र ने आम जनता की सहनशीलता का कडा इम्तिहान लिया।

मसलन बड़ा गणपति से लेकर मुख्य बाजार राजवाड़ा, अहिल्या चौक तक लगभग चार घंटे यातायात पूरी तरह बाधित रहा। किसी Rock star की तरह प्रधानमंत्री मोदी ने सूरज ढलते ही अपने रोड शो को बड़ा गणपति से प्रारम्भ किया। लगभग एक घंटा मोदी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बी डी शर्मा के साथ एक खुली जीप में दोनों ओर खड़े भाजपा कार्यकर्ता, भाजपा समर्थक और  भीड़ में तितर बितर प्रभावित आम लोगों का अभिवादन करते गुजर गए। उन्होने अपने रोड शो का समापन अहिल्या प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। मोदी के धुआँधार रोड शो से सबसे ज्यादा हताशा भाजपा प्रत्याशियों को हुई हो मोदी से भाजपा के पक्ष में वोट दिये जाने जैसी अपील की उम्मीद लगाए  बैठे थे। अपने वाक चातुर्य और भाषण कला के लिये मशहूर मोदी ने यहाँ आश्चर्यजनक मौन धारण कर एक नए संशय को भी जन्म दे दिया है। राजनीतिक हल्कों में मोदी की इस चुप्पी  को लेकर चर्चाए गरम हो चली हैं।

हाईकोर्ट के आदेश की हुई अवहेलना

मोदी के रोड शो को प्रशासन ने जिस बड़ा गणपति मंदिर से राजवाड़ा तक की अनुमति दी थी, इस मार्ग पर रैली, धरना, आन्दोलन और प्रदर्शन  की अनुमति दिये जाने पर इंदौर हाई कोर्ट ने रोक लगा रखी है। वावजूद इंदौर प्रशासन ने इस राजनीतिक आयोजन के लिये अनुमति देकर तमाम नियमों/ क़ानूनों/ न्यायालय के आदेशों को धता करार दिया है। इस मामले में इंदौर कलेक्टर इलैया राजा टी की मुसीबतें आगामी दिनों में बढ़ सकती हैं। आपको बता दें कि मोदी के रोड शो को अनुमति दिये जाने पर कांग्रेस के एक नेता ने शिकायत भी की थी। शिकायत पर कार्यवाही को लेकर इससे पहले कलेक्टर इलैया राजा ने कहा था कि वे इस संबंध में कानूनी सलाह ले रहे हैं। आपको बता दें इंदौर हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका पर केवल परंपरागत आयोजन को छोड़ कर अन्य किसी भी सार्वजनिक और निजी आयोजन को लेकर अनुमति नहीं दिये जाने स्पष्ट निर्देश दिये हुए हैं।

पास बनवाने में मीडिया कर्मी घंटों झूजते रहे

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी को कवर करने पहुंचे स्थानीय और अन्य मीडिया कर्मी पहले तो सुबह कई घंटों तक लाइन में लगकर अपने मीडिया कवरेज पास बनवाने की जद्दोजहद करते रहे। मीडिया और अन्य व्यवस्था में जुटे लोक सेवकों को पास (अनुमति) जारी करने की ज़िम्मेदारी एसीपी (सुरक्षा) राजकुमार सराफ़ को सौंपी गई थी। एसीपी सराफ़ के स्टाफ की पास व्यवस्था करने के दौरान साँसे फूलती हुई नजर आईं। हालांकि पास जारी करने में जुटे कर्मचारियों और अधिकारियों का व्यवहार मीडिया कर्मियों के लिए सहयोगात्मक रहा।  मोदी का सुरक्षा घेरा इतना गहरा था कि जन सामान्य तो छोड़िए जिन मीडिया कर्मियों को पुलिस ने कवरेज पास जारी किए थे, वे भी सड़क किनारे खड़ी भीड़ तक ही पहुँच सके। उन्हें भी एक तरह से प्रधानमंत्री से दूर ही रखा गया।