शरद पूर्णिमा पर शनिवार को लगेगा चंद्र ग्रहण, जानें क्या करने से शुभ फल मिलेगा
इंदौर, 27 अक्टूबर 2023
newso2.com@gmail.com
इस साल शरद पूर्णिमा पर साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है । माना जाता है कि पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान और दान का विशेष महत्व होता है लेकिन शरद पूर्णिमा के दिन धन की देवी माता लक्ष्मी की पूजा भी की जाती है । हिंदू पंचांग के अनुसार, अश्विन माह में आने वाली पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। माना जाता है कि शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा धरती के सबसे निकट होता है।
ज्योतिषविद् पं कान्हा जोशी ने बताते हैं कि इस बार 28 अक्टूबर शनिवार शरद पूर्णिमा की रात्रि ग्रहण स्पर्श रात्रि 1:05 एवं मोक्ष रात्रि 2:23 पर होगा । जिसका सूतक दोपहर 4:05 से प्रारंभ होगा । तभी से अन्न का त्याग करें । व लगभग सभी मंदिरों से हो जाएंगे पट बंद जो कि अगले दिन प्रातः खुलेंगे। जोशी के अनुसार यह ग्रहण मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में लगने जा रहा है। जिन राशियों पर इस चंद्रग्रहण का प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है, उनको ग्रहण के सीधे संपर्क में आने से बचना चाहिए । ग्रहण के दौरान उन लोगों को गुरूमंत्र जाप अथवा अपने इष्टदेव का स्मरण करना चाहिए। ग्रहण के दौरान स्नान और मोक्ष के उपरांत दान करना चाहिए। किसी भी ग्रहीय दुष्प्रभाव से बचने के लिए धर्म शास्त्रों में स्नान और दान का प्रमुखता बताई गई है।
कच्चे पके हुए अन्न को ग्रहण के दौरान नहीं रखना चाहिए और तेल में तले पदार्थ और दूध-दही इत्यादि में तुलसी का पत्ता डाल देना चाहिए। ग्रहण के दौरान पूरी तरह से अन्न-जल का त्याग कर देना चाहिए ।
1. चंद्र ग्रहण के दौरान सिर्फ भगवान के मंत्रों का जप करना चाहिए, जो कि दस गुना फलदायी माना जाता है।
2. चंद्र ग्रहण के बाद शुद्ध जल से स्नान करके, गरीबों का दान देना चाहिए ।
3. चंद्र ग्रहण के बाद पूरे घर को शुद्ध करना चाहिए । ऐसा करने से घर की सभी नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती है ।
4. ग्रहण के समय गायों को घास, पक्षियों को अन्न, जरूरत मंदों को वस्त्र दान देने से अनेक गुना पुण्य प्राप्त होता है ।