इंदौर, 27 दिसंबर 2024,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और वरिष्ठ अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर जैन समुदाय ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। धर्म समाज प्रचारक राजेश जैन दद्दू ने इसे देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया। उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह एक विद्वान, दूरदर्शी नेता और कुशल प्रशासक थे, जिनके नेतृत्व और नीतियों ने भारत की आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक प्रगति को नई ऊंचाइयां दीं।
इंदौर जैन समाज के वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. जैनेन्द्र जैन ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के शासनकाल में जैन समुदाय को विशेष सम्मान मिला। उनके नेतृत्व में अल्पसंख्यक का दर्जा मिलने में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य का योगदान रहा, जो डॉ. सिंह की समावेशी दृष्टि और भारतीय विविधता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
डॉ. मनमोहन सिंह ने 27 मई 2006 को नई दिल्ली में ब्रिटिश लाइब्रेरी के जैन पांडुलिपियों के संग्रह का उद्घाटन किया, जिससे जैन संस्कृति और धरोहर के संरक्षण में ऐतिहासिक योगदान हुआ।
उनके कार्यकाल के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए किए गए आर्थिक सुधारों का उल्लेखनीय प्रभाव पड़ा। शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में उनके प्रयास आज भी देश के विकास की नींव हैं। डॉ. सिंह का जीवन सादगी, समर्पण और सेवा का प्रतीक रहा। उनकी नीतियां और आदर्श न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व के लिए प्रेरणादायक हैं।
इंदौर जैन समाज के वरिष्ठ समाजसेवी और महावीर ट्रस्ट के अध्यक्ष अमित कासलीवाल, डॉ. जैनेन्द्र जैन, राकेश विनायका, सुशील पांड्या, हंसमुख गांधी, टीके वेद, अशोक मेहता, योगेंद्र जैन, अनुरोध जैन, मयंक जैन, नरेंद्र वेद, नकुल पाटोदी, सौरभ पाटोदी, प्रदीप बड़जात्या, कमल रावका, कमल जैन, डीएल जैन, पुष्पा कासलीवाल, श्रीमती मुक्ता जैन, रेखा जैन, संपादक सारिका जैन और विजया जैन ने डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
जैन समुदाय ने कहा कि देश उनकी विरासत और योगदान को हमेशा स्मरण करेगा। ईश्वर से प्रार्थना है कि वह उनके परिवार और देशवासियों को इस दुखद घड़ी को सहने की शक्ति प्रदान करें।