इंदौर जिले में पांच नर्सिंग कॉलेज सील…हाईकोर्ट के निर्देश पर प्रशासन ने की कार्रवाई

इंदौर

मध्य प्रदेश के इंदौर के देवी अहिल्या नर्सिंग कॉलेज (हार्डिया) और associated अस्पताल समेत 5 कॉलेजों को इंदौर प्रशासन ने आज सील कर दिया है। यह कार्रवाई आयुक्त, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग मप्र के उस आदेश पर की गई है जिसमें मप्र उच्च न्यायालय का हवाला देकर सीबीआई जांच में unsutaible पाये गए कॉलेजों को close down करने के लिए आदेशित किया गया है।

आपको बता दें देवी अहिल्या नर्सिंग कॉलेज के संचालकों/ कर्ताधर्ताओं के खिलाफ प्रशासन ने एक एफआईआर भी दर्ज कर रखी है जिसमें आरोप है कि आदिवासियों के लिए आरक्षित कृषि भूमि पर कॉलेज अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था। उधर देवी अहिल्या कॉलेज संचालक ने प्रशासन द्वारा कॉलेज सील किए जाने की कार्रवाई को अवैध करार दिया है। कॉलेज संचालक का कहना है कि प्रशासन ने हाईकोर्ट के जिस ऑर्डर को आधार बनाकर सील करने की कार्रवाई की है, उसमें कहीं भी कॉलेज को सील किए जाने का उल्लेख नहीं है।

 न्यूज ओ 2 ने इससे पहले दोपहर में नर्सिंग कॉलेज को सील किए जाने की खबर ब्रेक की थी। शाम होते होते यह भी स्पष्ट हो गया है कि प्रशासन ने यह कार्यवाही लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के आदेश पर की है।

शुरू से ही विवादित रहे इस संस्थान के खिलाफ प्रशासन का सख्त रवैया रहा है लेकिन आज भी यह सवाल अनुत्तरित है-

3-क्या प्रशासन की आज कॉलेज को सील करने की गई कार्यवाही विधिक रूप से जायज है?

क्या कहा देवी अहिल्या संस्था संचालक ने ?

देवी अहिल्या नर्सिंग कॉलेज संचालक डॉ अजय हार्डिया ने Newso2 से बातचीत में दावा किया कि प्रशासन द्वारा कॉलेज को सील किए जाने की कार्यवाही गैर कानूनी है। उन्होने दावा किया कि प्रशासन ने कॉलेज को सील किए जाने की कार्यवाही हाई कोर्ट के जिस आदेश के पालन में की है उसमें कॉलेज को सील किए जाने का कहीं भी उल्लेख नहीं है। हाई कोर्ट ने हमारे कॉलेज को unsuitable पाया था और जिस सीबीआई रिपोर्ट के आधार पर हमारे कॉलेज को unsuitable पाया गया था, वह रिपोर्ट ही संदिग्ध है, उस रिपोर्ट से संबन्धित सीबीआई अधिकारी और मध्यस्थों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, जिनकी जांच वर्तमान में जारी है। हम प्रशासन की कॉलेज को सील किए जाने की कार्यवाही को उचित मंचों पर ले जाने की तैयारी कर रहे हैं।

150 स्टूडेंट्स भविष्य अधर में

हम आपको बता दें कि देवी अहिल्या नर्सिंग कॉलेज ( हार्डिया अस्पताल) का उदघाटन 2019 में तत्कालीन केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, सांसद शंकर लालवानी और पूर्व निदेशक दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट और पदमश्री आरके ग्रोवर ने किया था, जिसके बाद यह कॉलेज आए दिन विवादों में रहा है। ऐसे में सवाल ये है कि पहले तो भारत सरकार के मंत्री और स्थानीय सांसद इस तरह के कथित विवादित संस्थान का उदघाटन करते हैं। सालों साल बच्चे इन कॉलेजों में प्रवेश लेकर अपनी पढ़ाई पूरी करते हैं। वर्तमान में 150 से अधिक बच्चे कॉलेज में अध्ययनरत हैं। बीच अध्यापन कार्य के दौरान इस तरह की कार्यवाही का नुकसान विध्यार्थी और उनके अभिभावकों को हो रहा है। एक बार फिर निगरानीकर्ताओं और अथॉरिटी के लचर रवैया का खामियाजा विध्यार्थियों के भविष्य पर पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है।

इन पाँच कॉलेजों पर इंदौर जिला प्रशासन ने आज सोमवार को की है सील करने की कार्यवाही

उपरोक्त अन्य चार कॉलेजों के कर्ताधर्ताओं की प्रतिक्रिया अब तक प्राप्त नहीं हो सकी है। कार्यवाही की जद में आए अन्य कॉलेजों से उनका पक्ष प्राप्त होने के बाद प्रकाशित किया जा सकेगा।

इंदौर जिला कलेक्टर ने दी प्रतिक्रिया

Newso2 द्वारा आज उठाए गए मुद्दे के बाद इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सोमवार को 5 नर्सिंग कॉलेजों को सील करने की कार्यवाही राज्य शासन के आदेश अनुसार की गई है। वहीं उन्होने स्पष्ट किया कि इस मामले में सीबीआई की जो भूमिका है , उस संबंध में राज्य शासन अपने स्तर पर पत्र संवाद कर रहा है। इंदौर कलेक्टर ने नर्सिंग छात्रों की जारी परीक्षा के विषय में कहा कि इस विषय में पृथक से एक आदेश जारी हो चुका है।

कलेक्टर आशीष सिंह की प्रतिक्रिया सुनने के लिए लिंक क्लिक करें  https://www.facebook.com/100063804135297/videos/2313159155698211

अपडेट 11:00 PM इधर कांग्रेस ने भी किया प्रदर्शन

उल्लेखनीय है कि जिस तरह से आज सीबीआई की विवादित रिपोर्ट पर हाई कोर्ट के 11 मार्च 2024 को आए आदेश के बाद राज्य शासन के 14 अप्रैल 2024 को जारी आदेश पर इंदौर जिला प्रशासन ने आज 5 नर्सिंग कॉलेजों पर कार्यावाही की है। इसके साथ ही इंदौर नगर निगम में कथित तौर पर 150 करोड़ के घोटाले के सामने आए मामले को लेकर कांग्रेस ने केन्द्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) के कार्यालय पर प्रदर्शन किया है। कांग्रेस ने आरोप लगाए कि केंद्र और राज्य शासन का तंत्र मनमानी पक्षपाती कार्यवाही करता रहा है। हालांकि कांग्रेस का दावा है कि जब उनके सैकड़ों कार्यकर्ता आज ईडी कार्यालय पर प्रदर्शन करने पहुंचे, तब ईडी अधिकारी नीचे नहीं आए, जिसके चलते उन्होने नीचे ही खंभे पर अपना ज्ञापन चस्पा किया है। उल्लेखनीय है कि newso2 ने आज सुबह ही नर्सिंग कॉलेजों को सील किए जाने के संबंध में एक खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। खबर में हमने ये तथ्य उजागर किया था कि 5 नर्सिंग कॉलेजों में हुई कार्यवाही कम से कम छात्रों के हित में तो नहीं है। इस तरह की कार्यवाहियों से शासन प्रशासन की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े होते हैं। साथ ही परीक्षा के बीच कॉलेज सील किए जाने से नर्सिंग कॉलेज के स्टूडेंट्स की जारी परीक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।