मोदी ने सफ़ेद कुर्ता और नीली जैकेट में ली शपथ, ये हैं ध्वज के रंग
मोदी ने इस बार पहनी नीली जेकेट, क्या है खास इस रंग में
इंदौर, 10 जून 2024
नरेंद्र मोदी ने रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है। वैसे तो प्रधानमंत्री की जैकेट हर बार खास होती हैं, लेकिन शपथ ग्रहण 2024 में उन्होने सफ़ेद कुर्ता- पाजामा पर नीली जैकेट पहनी है। सियासी गलियारे और रंगों की दुनिया में इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। चूंकि भारत के राष्ट्रीय ध्वज में मध्य की पट्टिका सफ़ेद रंग की होती है और उस पर अशोक स्तम्भ से लिया गया 24 तीलियों का नीला चक्र होता है। सफ़ेद रंग शांति और नीला रंग गहराई के गुण दर्शाता है।
दरअसल, लोक सभा चुनाव 2024 में , नरेंद्र मोदी के बहुमत में आने पर संविधान पर खतरा जैसे आरोपों को विपक्ष द्वारा बहुत बल दिया गया था, ऐसे में अपनी तीसरी पारी में अल्पमत से दूर नरेंद्र मोदी की सरकार घटक दल एनडीए के सहयोग से सरकार बना रही है, इसके पहले 7 जून को संसद में विश्वास प्रस्ताव पारित करने के समय भी मोदी का संविधान को माथे पर लगाना फिर शपथ ग्रहण में सफ़ेद कुर्ता और नीला जैकेट एक खास संदेश दे रहा है। मोदी के कद से बड़ी मोदी की छवि पर संविधान खत्म कर नया संविधान बनाने, हिन्दू राष्ट्र का निर्माण करने का जो डेंट लगा है, शायद यह उसे भरने की कवायद है।
संसद में संविधान को माथे से लगाते नरेंद्र मोदी
नीला रंग ओवर एक्टिव चीजों को करता है सामान्य
रंगों की पद्दति और आध्यात्मिक ऊर्जा से हीलिंग करने वाली योगा प्राण विध्या सर्टिफाइड हीलर रजनी राय बताती हैं कि वैकल्पिक चिकित्सा पद्दति हीलिंग में नीला रंग कंठ चक्र (Throat) का रंग होता है अच्छा कंठ चक्र वाकपटुता, संवाद शैली को दर्शाता है। साथ ही उपचार में नीला रंग स्थिरता, शांति प्रदान करता है। दर्द को कम करता है। ओवर एक्टिवेट चक्र को सामान्य (normal) करता है।
ऐसे में कहा जा सकता है कि नया संविधान बनाने, हिन्दू राष्ट्र बनाने का जो नैरेटिव सेट करने की कोशिश की गई यह उसे सामान्य करने की कवायद है।
2014 में मोदी ने बेंज जैकेट पहनी थी
2014 में मोदी ने बेंज गोल्डन जैकेट और क्रीम लिनेन कुर्ता-पाजामा कहना था। 2014 में मोदी अच्छे दिन का वादा लेकर पहली बार केंद्र की सत्ता में आसीन हुए थे। बेंज गोल्डन रंग सुनहरा प्रकाश, पोजिटिविटी, कमफर्ट को दर्शाता है। 2019 लाइट ग्रे जैकेट और 2024 में नीली जैकेट पहनी है।