इंदौर, 08 दिसंबर 2024,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126: ऑपरेशन कर्क के तहत जांच एजेंसियों के रडार पर आए इंदौर शहर के बड़े गुटखा कारोबारी और उनके साथ के अन्य आरोपियों की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार गुटखा कारोबारी सहित तीन मुख्य आरोपी फिलवक्त भूमिगत हो गए हैं।
आपको बताते चलें कि इंदौर पुलिस सहित अन्य जांच एजेंसियों ने कोरोना महामारी के दौरान अवैध रूप से तंबाकू उत्पाद का निर्माण किए जाने और इन उत्पादों का परिवहन किए जाने के मामले में छापेमार कार्यवाही की थी। इस कार्यवाही के दौरान इंदौर की आधा दर्जन से अधिक इकाइयों पर शिकंजा कसा गया था। गहन जांच और इकाइयों से जब्त सामग्री के आधार पर हजारों-करोड़ रु की कर चोरी का खुलासा भी जांच एजेंसियों ने किया था। अपनी ऊंची पहुँच के चलते गुटखा कारोबारी शुरुआत से ही जांच एजेंसियों की कार्यवाही को तकनीकी रूप से शिथिल करने में जुटा हुआ था।
न्यूजओ2 का observation कहता है कि इन प्रकरणों को तकनीकी तौर पर बेहद कमजोर किए जाने के समुचित प्रयास जारी हैं। अब सवाल आता है कि गुटखा कारोबारी भूमिगत क्यों हुए ? और आखिर क्या वजह है कि इन्हें गिरफ्तारी का भय सता रहा है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक गुटखा कारोबारियों के खिलाफ जांच एजेंसियों ने चालान पेश करने की तैयारी कर ली है। इसी संबंध में तीनों मुख्य आरोपियों को सूचना पत्र भी भेजे जा चुके हैं। अब आगामी पेशी दिनांक पर आरोपियों को न्यायालय में पेश होने की विधिक बाध्यता रहेगी और इस तरह के मामलों में आम तौर पर आरोपियों कोर्ट पेशी के उपरांत न्यायायिक अभिरक्षा में जेल भेज देती है। यही गिरफ्तारी का भय गुटखा कारोबारी को सता रहा है।
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