प्रदेशभर में प्रदर्शन, सरकार पर भेदभाव का आरोप
इंदौर,10 मार्च 2025 : आशा ऊषा एवं पर्यवेक्षक संयुक्त मोर्चा मध्य प्रदेश द्वारा वार्षिक वेतन वृद्धि का भुगतान न किए जाने के विरोध में 10 मार्च को प्रदेशव्यापी प्रदर्शन किया गया। इसी क्रम में इंदौर में भी CMHO को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें सरकार से वेतन वृद्धि का तुरंत भुगतान करने की मांग की गई।
मुख्यमंत्री की घोषणा के बावजूद भुगतान नहीं
संयुक्त मोर्चा ने बताया कि 29 जुलाई 2023 को भोपाल में आयोजित महा सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने आशा एवं पर्यवेक्षकों के लिए ₹1000 वार्षिक वेतन वृद्धि की घोषणा की थी। 2 अगस्त 2023 को इसका आदेश भी जारी हुआ, लेकिन अब तक भुगतान नहीं हुआ है। जबकि आंगनवाड़ी कर्मियों को इसी तरह की वेतन वृद्धि जुलाई 2024 से दी जा रही है।
संयुक्त मोर्चा की प्रमुख मांगें
- आशा एवं पर्यवेक्षकों को ₹1000 वार्षिक वेतन वृद्धि का एरियर्स सहित भुगतान हो।
- प्रत्येक माह की 5 तारीख तक वेतन बिना कटौती के जारी किया जाए।
- वेतन पारदर्शिता के लिए वेतन पर्ची दी जाए।
- आशा पर्यवेक्षकों को अतिरिक्त कार्यभार न दिया जाए।
- आकस्मिक अवकाश और रविवार का अवकाश सुनिश्चित हो।
- दुर्घटना या मृत्यु की स्थिति में मुआवजा दिया जाए।
- आशाओं के दस्तावेजों की ऑनलाइन प्रक्रिया सुचारू की जाए।
- विभागीय अधिकारियों द्वारा अमर्यादित व्यवहार रोका जाए।
संयुक्त मोर्चा ने चेतावनी दी कि यदि वेतन वृद्धि का भुगतान शीघ्र नहीं किया गया तो प्रदेशव्यापी हड़ताल की जाएगी।