इंदौर: मुनि श्री विनम्र सागर जी महाराज का प्रवचन
सतीश जैन, इंदौर, 3 सितंबर 2024
मुनि श्री विनम्र सागर जी महाराज ने छत्रपति नगर, दलाल बाग में आयोजित धर्म सभा के दौरान कहा कि “स्थान बदलने से नहीं, स्थिति बदलने से सुख मिलता है।” उन्होंने कहा कि दुनिया का हर व्यक्ति अदृश्य स्रोत को मानता है और वैज्ञानिक भी इसमें विश्वास करते हैं। इसी विश्वास के चलते लोग साधना करते हैं। ये अदृश्य स्रोत, जो हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं, दिखाई नहीं देते लेकिन हमें इनसे जुड़कर विकास और विनाश दोनों कर सकते हैं।
मुनि श्री ने कहा कि भले ही 1000 करोड़ की पिक्चर बनने लगी है, लेकिन देखने से कोई धर्मात्मा नहीं बनता। पिक्चर देखने से अक्सर दुर्जनता ही बढ़ती है। वही पैसा, जो आप जिनायतनों में लगाते हैं, वह पापियों को धर्मात्मा बना देता है। स्थान बदलने से सुख नहीं मिलता, बल्कि स्थिति बदलने से ही सुख मिलता है।
उन्होंने आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का एक ब्रह्म वाक्य उद्धृत किया, “बस इतना ही काफी है,” और कहा कि यदि ये शब्द आपके जीवन में उतर जाएं तो आपका जीवन धन्य हो जाएगा।
धर्म सभा के दौरान, दिगंबर जैन समाज ने गुरुदेव के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन किया और आठ द्रव्यों से पूजन किया। वीर बाहुबली ग्रुप ने एक बड़े दान की घोषणा की। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति जैसे मनोज बाकलीवाल, मनीष नायक, सतीश डबडेरा, सतीश जैन, आनंद जैन, कमल अग्रवाल, अमित जैन, शिरीष अजमेरा, आलोक बंडा, प्रदीप स्टील, रितेश जैन आदि विशेष रूप से मौजूद थे।
प्रति दिन प्रातः 8.30 बजे आचार्य श्री की पूजन के पश्चात, 9:00 बजे से मुनि श्री जी के प्रवचन दलाल बाग में होते हैं। धर्म सभा का सफल संचालन भरतेश बड़कुल ने किया।