दसलक्षण पर्व का आज पांचवा दिन: उत्तम सत्य धर्म:

सतीश जैन,इंदौर, 12 सितंबर 2024 (न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126। उत्तम सत्य धर्म के अवसर पर मुनि श्री विनम्र सागर जी महाराज ने छत्रपति नगर के दलाल बाग में प्रवचन देते हुए कहा कि “सत्य धर्म का मूल स्वभाव आत्मा में होता है, जैसे क्षमा, मार्दव, आर्जव और शौच। वहीं सत्य, संयम, तप और त्याग इन गुणों को प्रकट करने के उपाय हैं।” उन्होंने कहा कि दान और धर्म के लिए खड़े होना जरूरी है, केवल भावना रखने से कुछ नहीं होता। सत्य जीवन का उपाय है, लेकिन जब तक कषायों से मुक्ति नहीं मिलती, सत्य का अनुभव नहीं हो सकता।

मुनि श्री ने बताया कि क्रोध, मान, माया और लोभ जैसे अनंतानुबंधी कषाय हमें सत्य से दूर रखते हैं। उन्होंने कहा, “सत्य को समझने से पहले इन कषायों को देखना जरूरी है। तुम साधुओं को शुद्ध आहार कराते हो, लेकिन स्वयं अशुद्ध भोजन करते हो। सत्य धर्म का मतलब केवल सत्य बोलना नहीं, बल्कि सत्य को समझना है।” उन्होंने यह भी कहा कि “ऐसा सत्य भी असत्य है, जो किसी को विपत्ति में डाल दे।” सत्य केवल बोलने की वस्तु नहीं, उसे समझना जरूरी है। मुनिवर ने समाज से आग्रह किया कि अपने जीवन के सत्य को पहचानें और समझें कि संसार से कुछ भी साथ नहीं ले जाया जा सकता। मुनि श्री विनम्र सागर जी महाराज ने प्रवचन के दौरान कहा कि गुरु के साथ रहने से ही मोक्ष का मार्ग मिल सकता है। उन्होंने समाज को जागरूक करते हुए बताया कि लोभ हमें कहीं नहीं ले जाता, बल्कि हमारी मृत्यु को और कठिन बना देता है।

इस अवसर पर समाज के प्रचार प्रमुख सतीश जैन ने बताया कि इंदौर में बन रहे सर्वतोंभद्र जिनालय के विश्व प्रसिद्ध आर्किटेक्ट विपुल त्रिवेदी और मुनि श्री दुर्लभ सागर जी महाराज के गृहस्थ जीवन के भाई भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे, जिनका सम्मान किया गया। उद्योगपति सचिन जैन ने जिनालय की विस्तृत जानकारी दी और समाज से मुक्त हस्त दान देने की अपील की।

सुबह 5 बजे से ही मांगलिक क्रियाएं प्रारंभ हुईं, जिनमें गुरुदेव की आठ द्रव्यों से पूजन की गई। दोपहर 2:15 बजे तत्वार्थ सूत्र का वाचन हुआ और रात्रि 7 बजे संगीतमय आरती का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से राकेश सिंघई, अखिलेश सोधिया, मनीष नायक, सतीश जैन, आनंद जैन, कमल अग्रवाल, अमित जैन, शिरीष अजमेरा, आलोक बंडा और बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे। पूज्य मुनि श्री निस्वार्थ सागर जी, निसर्ग सागर जी और क्षुल्लक श्री हीरक सागर जी भी मंच पर विराजमान थे। धर्म सभा का संचालन ब्रह्मचारी मनोज भैया ने किया।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है। 

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