43 डिग्री इंदौर: भीषण गर्मी का कहर पशुओं पर भी

इंदौर

मालवा निमाड़ में पहली बार है कि रिकार्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है। 43 डिग्री तापमान की गर्मी का कहर न केवल इंसान पर बल्कि पशुओं पर भी बरप रहा है। इंदौर जिले के तीनों शासकीय पशु चिकित्सालयों में 15 से 20 प्रतिशत मामले हीट स्ट्रोक के दर्ज हो रहे हैं। इन शासकीय चिकित्सालयों में प्रतिदिन 100 से 150 ओपीडी के मामले दर्ज हो रहे हैं जिसमें 15 से 20 प्रतिशत मामलों में गर्मी मुख्य वजह बताई जा रही है। इसके इतर निजी अस्पतालों में भी लोग अपने पशुओं को लेकर पहुँच रहे हैं। उधर हर साल जिला कलेक्टर द्वारा गर्मी में पशुओं का दिन में परिवहन पर प्रतिबंध का आदेश इस साल लगभग डेढ़ माह बीतने के बावजूद अब तक जारी नहीं हुआ है।

भीषण गर्मी से डिहाइड्रेशन, फीवर, डायरिया का शिकार हो रहे जानवर

भीषण गर्मी में पशुओं में डिहाइड्रेशन, हाई ग्रेड फीवर, डायरिया जैसी समस्याएँ देखने में आ रही हैं। जानवर सुस्त से रह रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा समस्या स्ट्रीट डॉग्स को हो रही है। आधुनिकता की दौर में पेड़ों की कटाई और सीमेंट युक्त सड़कों पर बेहद तपिश है, ऐसे में श्वान भी गर्मी से बेहाल हो रहे हैं और पानी और छांव की तलाश में तड़पते रहते हैं।  

फर वाले पशुओं को तापमान नहीं हो पाता मेंटेन

पशु चिकित्सा सेवाएँ इंदौर के उपसंचालक डॉ शशांक जुमड़े ने बताया कि पसीना बाहर निकाल कर शरीर का तापमान मेंटेन होता रहता है लेकिन गर्मी से सबसे ज्यादा समस्या फर वाले पशुओं को हो रही है क्योंकि फर की वजह से शरीर की गर्मी बाहर नहीं निकल पाती है। इसलिए वे बार बार तेजी से सांस लेने लगते हैं। स्ट्रीट डॉग्स भी सड़क ठंडी न मिलने से ठंड की तलाश में भटक रहे हैं। बीते कुछ वर्षों में पहली बार गर्मी की वजह से पशु अधिक बीमार पड़ते दिखाई दे रहे हैं।

वाटर फीडर बनवाए जा रहे हैं

पशु चिकित्सा सेवाएँ इंदौर के उपसंचालक डॉ शशांक जुमड़े ने Newso2 को बताया कि हमारे विभाग ने जानवरों के गर्मी में ख्याल रखने के लिए पूर्व में एडवायजरी भी जारी की है। निगम के सहयोग से जानवरों के लिए जगह जगह वाटर फीडर (पानी की व्यवस्था) बनवाए जा रहे हैं। पशुओं को दिन के समय तेज धूप में न निकालें। उन्हें पानी की कमी न होने दें। पशुओं को ठंड और छाया में रखें।  

जिला कलेक्टर ने अब तक नहीं जारी किया ऑर्डर

हर साल इंदौर जिला कलेक्टर अप्रैल माह में आदेश जारी करते हुए पशुओं से दिन में ढुलाई पर प्रतिबंध लगाते हैं। भीषण गर्मी में दोपहर 12 से 3 बजे के दौरान पशुओं पर सवारी बैठाने या उन पर समान ढोने को प्रतिबंधित करते हैं लेकिन इस बार जिला कलेक्टर का कोई आदेश नहीं आया है। इस संबंध में जिला कलेक्टर आशीष सिंह का जवाब प्राप्त नहीं हुआ है। आपको बता दें बीते साल तत्कालीन इंदौर जिला कलेक्टर डॉ इलैया राजा टी ने 11 अप्रैल 2023 को आदेश जारी करते हुए 30 जून 2023 तक पशुओं के माल ढुलाई का सवारी परिवहन पर प्रतिबंध लगाया गया था।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।